बोकारो में कोयला चोरों की दबंगई, पुलिस के सामने की चोरी और फिर पुलिस से झड़प
बोकारो के जारंगडीह में कोयला चोरों और सुरक्षाकर्मियों के बीच हुई झड़प ने एक बार फिर अवैध कोयला व्यापार की गंभीर समस्या को उजागर किया है। यह घटना बोकारो थर्मल पावर स्टेशन (बीटीपीएस) थाना क्षेत्र के अंतर्गत जारंगडीह में हुई, जहाँ आज, 21 मार्च 2025 को, कोयला चोरों ने सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर दिया। इस झड़प में कई सुरक्षाकर्मी घायल हो गए, जिनमें धनेश्वर यादव, रामनाथ राय, मंटू सिंह और अकरम के नाम सामने आए हैं।
बताया जा रहा है कि कोयला चोरों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि वे सुरक्षाकर्मियों की गश्ती टीम के सामने ही चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, जबकि बीटीपीएस थाना भी घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर स्थित है। आज जब सुरक्षाकर्मियों ने चोरों को रोकने की कोशिश की, तो चोरों ने उन पर हमला कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप कई सुरक्षाकर्मी चोटिल हो गए। इस घटना के बाद सीसीएल (सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड) जारंगडीह सुरक्षा विभाग ने हमलावरों के खिलाफ बीटीपीएस थाने में मामला दर्ज कराया है।
हालांकि, यह सवाल उठता है कि पुलिस प्रशासन द्वारा छापेमारी के दौरान भले ही कुछ टन कोयला जब्त कर लिया जाता हो, लेकिन इस तरह की घटनाओं में संलिप्त लोगों के खिलाफ ठोस कार्रवाई क्यों नहीं होती? बोकारो के बेरमो क्षेत्र, खासकर जारंगडीह कांटा घर से मोटरसाइकिल के जरिए कोयले की अवैध ढुलाई लंबे समय से जारी है। आज की यह झड़प इस बात का सबूत है कि कोयला चोरी पर अंकुश लगाने में प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था अभी भी नाकाम साबित हो रही है। स्थानीय लोगों और सुरक्षा विभाग के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, और इस समस्या का स्थायी समाधान अब जरूरी हो गया है।