गोपाल खेमका हत्याकांड के आरोपी विजय उर्फ राजा पुलिस मुठभेड़ में ढेर
बिहार की राजधानी पटना में चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक मुख्य आरोपी, विकास उर्फ राजा उर्फ विजय, को मुठभेड़ में मार गिराया। यह एनकाउंटर मंगलवार तड़के पटना सिटी के मालसलामी इलाके में हुआ। पुलिस सूत्रों के अनुसार, राजा ने ही हत्याकांड के मुख्य शूटर उमेश यादव को हथियार मुहैया कराया था।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!पटना पुलिस और विशेष कार्य बल (STF) की संयुक्त टीम को सूचना मिली थी कि राजा मालसलामी के पीरदमरिया घाट के पास छिपा हुआ है। छापेमारी के दौरान राजा ने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। इस मुठभेड़ में राजा गंभीर रूप से घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मौके से हथियार और अन्य सामग्री बरामद किए हैं।
गोपाल खेमका, जो मगध अस्पताल के मालिक और एक प्रतिष्ठित व्यवसायी थे, उनकी 4 जुलाई 2025 की रात गांधी मैदान इलाके में उनके अपार्टमेंट के गेट पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सीसीटीवी फुटेज में एक हेलमेट पहने शूटर को 6 सेकंड में वारदात को अंजाम देते और स्कूटी से फरार होते देखा गया था। इस हत्याकांड ने पूरे बिहार में सनसनी फैला दी थी और कानून-व्यवस्था पर सवाल उठे थे।
पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए मुख्य शूटर उमेश यादव को सोमवार को मालसलामी इलाके से गिरफ्तार किया था। उमेश ने पूछताछ में खुलासा किया कि हत्या के लिए उसे 3.5 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी, जिसमें से 1 लाख रुपये उसने पहले ही ले लिए थे। उमेश की निशानदेही पर पुलिस ने उदयगिरि अपार्टमेंट में छापेमारी कर तीन अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया और हत्या में इस्तेमाल पिस्तौल, स्कूटी व अन्य सामग्री बरामद की।
जांच में पता चला है कि गोपाल खेमका की हत्या का कारण हाजीपुर में 14 बीघा जमीन से जुड़ा विवाद हो सकता है। इस विवाद को लेकर 2018 में खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी हत्या हुई थी। पुलिस ने हत्याकांड के मास्टरमाइंड अशोक साव, जो एक अन्य व्यवसायी है, को भी गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, बेऊर जेल में बंद कुख्यात अपराधी अजय वर्मा से भी पूछताछ की जा रही है, क्योंकि हत्याकांड के तार जेल से जुड़े हो सकते हैं।
इस हत्याकांड ने ब बिहार की सियासत को गरमा दिया है। विपक्षी नेता राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने इसे जंगलराज का प्रतीक बताते हुए नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। वहीं, उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा और जरूरत पड़ी तो बुलडोजर और एनकाउंटर की कार्रवाई होगी।








