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भारत-पाकिस्तान युद्धों का इतिहास: चार बड़े संघर्षों की कहानी और वर्तमान तनाव

भारत-पाकिस्तान युद्धों का इतिहास: चार बड़े संघर्षों की कहानी और वर्तमान तनाव

डेस्क, 9 मई : भारत और पाकिस्तान के बीच स्वतंत्रता के बाद से चार बड़े युद्ध (1947-48, 1965, 1971, 1999) और कई छोटे सैन्य संघर्ष हुए हैं। ये युद्ध मुख्य रूप से कश्मीर विवाद और क्षेत्रीय प्रभुत्व को लेकर लड़े गए। हाल के दिनों में,  पहलगाम की घटना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर तनाव और और बढ़ा दिया है । लगातार LoC पर अशांति ने दोनों देशों के बीच संबंधों को और जटिल बना दिया है। आइए, इन ऐतिहासिक युद्धों पर नजर डालें और वर्तमान स्थिति का विश्लेषण करें।

1. प्रथम कश्मीर युद्ध (1947-48): कश्मीर का बंटवारा
कब: अक्टूबर 1947 – जनवरी 1949 (15 महीने)
क्या हुआ: बंटवारे के बाद कश्मीर रियासत का भविष्य अनिश्चित था। पाकिस्तान समर्थित  घुसपैठियों ने कश्मीर पर हमला किया। जवाब में, महाराजा हरि सिंह ने भारत के साथ विलय समझौता किया, जिसके बाद भारतीय सेना ने हस्तक्षेप किया।
परिणाम: युद्ध संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप से समाप्त हुआ। नियंत्रण रेखा (LoC) स्थापित हुई, जिसने गलत तरीके से कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच बाँट दिया। भारत ने कश्मीर के दो-तिहाई हिस्से (जम्मू, श्रीनगर, लद्दाख) पर नियंत्रण रखा, जबकि एक-तिहाई हिस्सा (आजाद कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान) पाकिस्तान के पास गया।

2. दूसरा कश्मीर युद्ध (1965): ताशकंद समझौता
कब: अप्रैल – सितंबर 1965 (5 महीने)
क्या हुआ: पाकिस्तान ने ‘ऑपरेशन जिब्राल्टर’ शुरू कर कश्मीर में घुसपैठ की, जिसका मकसद स्थानीय विद्रोह भड़काना था। भारत ने जवाब में पूर्ण पैमाने पर सैन्य कार्रवाई की, जिसमें पंजाब और राजस्थान सीमा भी हमले शामिल थे।
परिणाम: युद्ध ताशकंद समझौते (1966) के साथ समाप्त हुआ। भारत ने रणनीतिक बढ़त हासिल की, विशेष रूप से हाजी पीर दर्रे पर कब्जा। दोनों पक्ष यथास्थिति बहाल करने पर सहमत हुए।

3. बांग्लादेश मुक्ति युद्ध (1971): पाकिस्तान का विभाजन
कब: 3-16 दिसंबर 1971 (13 दिन)
क्या हुआ: पूर्वी पाकिस्तान (आज का बांग्लादेश) में बंगाली आबादी के खिलाफ पाकिस्तानी सेना की क्रूर कार्रवाइयों ने मुक्ति संग्राम को जन्म दिया। भारत ने मुक्तिजोद्धा विद्रोहियों का समर्थन किया और सीधे सैन्य हस्तक्षेप किया।
परिणाम: भारत की निर्णायक जीत हुई। पाकिस्तान के 90,000 सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया, और बांग्लादेश एक स्वतंत्र राष्ट्र बना। यह युद्ध भारत-पाक इतिहास का सबसे छोटा लेकिन सबसे प्रभावशाली युद्ध था।
महत्व: इस युद्ध ने पाकिस्तान को भौगोलिक और राजनीतिक रूप से कमजोर किया और भारत को दक्षिण एशिया में एक क्षेत्रीय शक्ति के रूप में स्थापित किया।
4. कारगिल युद्ध (1999): भारत की रणनीतिक जीत
कब: मई – जुलाई 1999 (2 महीने)
क्या हुआ: पाकिस्तानी सेना और समर्थित आतंकवादियों ने कारगिल की ऊँची चोटियों पर घुसपैठ की। भारत ने ‘ऑपरेशन विजय’ शुरू कर घुसपैठियों को खदेड़ा।
परिणाम: भारत ने सभी कब्जा किए गए क्षेत्रों को वापस लिया। अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण पाकिस्तान को पीछे हटना पड़ा।
महत्व: इस युद्ध ने LoC को रेखांकित किया और भारत की सैन्य ताकत को प्रदर्शित किया।
वर्तमान स्थिति:
वर्तमान में, बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) की गतिविधियाँ चर्चा में हैं। सोशल मीडिया पर दावे किए जा रहे हैं कि BLA ने बलूचिस्तान के एक तिहाई हिस्से पर कब्जा कर लिया है और पाकिस्तानी सेना कुछ ठिकानों को छोड़कर भाग रही है। ये दावे असत्यापित हैं, लेकिन वे पाकिस्तान की आंतरिक अस्थिरता को उजागर करते हैं।

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