गढ़वा में युवक ने युवती से हिन्दू बनकर दोस्ती की फिर जबरदस्ती नमाज पढ़ाने का आरोप
अतुल धर दुबे / गढ़वा
गढ़वा जिले में धर्म परिवर्तन से जुड़ा संवेदनशील मामला सामने आया है, आरोप है की धर्म छिपा कर हिन्दू लड़की के साथ दोस्ती की गई । जब दोस्ती हुए काफी समय बीत गया तो लड़के ने लड़की पर नमाज पढ़ने का दबाब बनाया। लड़के ने लड़की को अपना नाम अगस्त कुमार बताया था । हालांकि जब यह मामला सामने आया तो हिन्दू धार्मिक संगठनों ने लड़के को पकड़कर थाने भिजवाया और उसकी पोल खुल गयी । लड़का और लड़की एक ही गांव के है । युवक मुस्लिम है युवती हिंदू हैं। दोनों एक ही गांव के निवासी बताए जा रहे हैं और गढ़वा शहर में किराए के मकान में अलग-अलग कमरों में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहे थे। इस दौरान दोनों के बीच परिचय हुआ और धीरे-धीरे दोस्ती गहरी हो गई।
मामले का खुलासा कैसे हुआ?
जानकारी के अनुसार, आरोप है की युवक ने अपनी असली पहचान छिपाने के लिए अपना नाम अगस्त कुमार बताया और खुद को हिंदू के रूप में पेश किया। युवती ने उसकी बातों पर भरोसा किया और उससे सामान्य दोस्ती रखी। दोनों के बीच बातचीत और मुलाकातें बढ़ती गईं, लेकिन एक दिन युवक ने युवती पर नमाज पढ़ने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। इस पर जब युवती को संदेह हुआ कि युवक ने उससे अपनी पहचान के बारे में झूठ बोला था। युवती ने इसका विरोध किया और सच्चाई जानने की कोशिश की, जिसके बाद युवक की असली पहचान सामने आई कि वह मुस्लिम समुदाय से है।
स्थानीय लोगों का हस्तक्षेप और पुलिस की कार्रवाई
युवती के विरोध और शोर मचाने पर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों ने दोनों को पकड़ लिया और मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। इस घटना ने इलाके में हलचल मचा दी,
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक गढ़वा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) दीपक कुमार पांडे ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें घटना की जानकारी मिली है और पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है।जांच अभी प्रारंभिक चरण में है और बिना पूरी तहकीकात के कोई भी टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।
संभावित सामाजिक और कानूनी प्रभाव
यह मामला कई सवाल खड़े करता है। पहला, क्या युवक ने जानबूझकर अपनी पहचान छिपाई और इसका मकसद क्या था? दूसरा, क्या यह व्यक्तिगत स्तर की घटना थी या इसके पीछे कोई सुनियोजित योजना थी?
फिलहाल, पुलिस की जांच से ही यह स्पष्ट होगा कि घटना की असल वजह क्या थी। युवती और युवक के बयानों के साथ-साथ गवाहों की बातें भी इस मामले में अहम होंगी। प्रशासन के सामने चुनौती होगी कि वह निष्पक्षता बनाए रखे
भारत मे क्या है धर्म परिवर्तन कानून
भारत में धर्म परिवर्तन से जुड़े मामले अक्सर विवादास्पद हो जाते हैं, कानूनी दृष्टिकोण से, यदि यह साबित हो जाता है कि युवक ने धोखाधड़ी या जबरदस्ती की कोशिश की, तो उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420 (धोखाधड़ी) या अन्य संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई हो सकती है। साथ ही, झारखंड में धर्म परिवर्तन को नियंत्रित करने वाला “झारखंड स्वतंत्रता संरक्षण अधिनियम, 2017” भी है, जो जबरन या प्रलोभन से धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए बनाया गया है। इस कानून के तहत भी जांच हो सकती है।