झारखंड का पहला एलिवेटेड कॉरिडोर: रातू रोड फ्लाईओवर का उद्घाटन, रांची के विकास को नई उड़ान
रांची ने आज एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की, जब झारखंड के पहले एलिवेटेड कॉरिडोर, रातू रोड फ्लाईओवर, का उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने किया। इस मौके पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री और रांची के सांसद संजय सेठ ने इसे रांचीवासियों का 40 साल पुराना सपना करार दिया। उद्घाटन समारोह में “जय श्री राम” के नारों ने माहौल को और उत्साहपूर्ण बना दिया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!558 करोड़ की लागत, 26 महीने में तैयार
3.57 किलोमीटर लंबा यह फ्लाईओवर 558 करोड़ रुपये की लागत से मात्र 26 महीनों में बनकर तैयार हुआ है। यह रातू रोड, हरमू, पंडरा और मांडर जैसे क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करेगा। अब कचहरी से पंडरा का 35-40 मिनट का सफर महज 4-7 मिनट में पूरा होगा, जिससे समय की बचत के साथ रांचीवासियों को राहत मिलेगी।
‘झारखंड की सड़कें होंगी अमेरिका जैसी’
नितिन गडकरी ने उद्घाटन के दौरान कहा, “रातू रोड फ्लाईओवर रांची के विकास की नई गाथा लिखेगा। मेरा लक्ष्य है कि झारखंड की सड़कें अमेरिका के रोड के बराबर हों।” उन्होंने रांची के लिए इलेक्ट्रिक बस प्रोजेक्ट की घोषणा की, जिसका पायलट प्रोजेक्ट नागपुर में सफलतापूर्वक चल रहा है। इसके अलावा, गडकरी ने झारखंड में सड़क और इंफ्रास्ट्रक्चर पर 1 लाख करोड़ रुपये के निवेश की योजना का भी ऐलान किया।
‘फ्लाईओवर रांची के लोगों का दशकों पुराना सपना’
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा, “यह फ्लाईओवर रांची के लोगों का दशकों पुराना सपना था, जो आज हकीकत में बदल गया है। यह रांची के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है।” उन्होंने कहा कि रातू रोड फ्लाईओवर रांची के लिए समय, सुविधा और समृद्धि का नया द्वार खोलेगा, जो झारखंड की राजधानी को आधुनिकता की नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
रांची के लिए नई उम्मीद
रातू रोड फ्लाईओवर न केवल एक सड़क है, बल्कि रांची की तरक्की का प्रतीक है। यह फ्लाईओवर न सिर्फ ट्रैफिक की समस्या को हल करेगा, बल्कि शहर के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी गति देगा। रांचीवासियों के चेहरों पर इस नई शुरुआत की खुशी साफ झलक रही है।


