1 अक्टूबर 2025 से लागू हो रहे बड़े बदलाव: UPI से रेलवे टिकट बुकिंग तक, आम आदमी पर पड़ेगा सीधा असर
आज से अक्टूबर महीना शुरू होते ही भारत में कई वित्तीय और गैर-वित्तीय बदलाव लागू हो गए हैं। इनमें यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) पर नई पाबंदियां, रेलवे टिकट बुकिंग में आधार सत्यापन की अनिवार्यता, नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में निवेश विकल्पों का विस्तार और बैंकिंग शुल्कों में संशोधन शामिल हैं। ये बदलाव आम लोगों की जेब और दैनिक जीवन को सीधे प्रभावित करेंगे। आइए जानते हैं इन प्रमुख बदलावों के बारे में विस्तार से।
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UPI पर नई पाबंदी: ‘कलेक्ट रिक्वेस्ट’ फीचर बंद
नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI प्लेटफॉर्म्स जैसे PhonePe, Google Pay और Paytm पर पीयर-टू-पीयर (P2P) ‘कलेक्ट रिक्वेस्ट’ या ‘पुल ट्रांजेक्शन’ फीचर को बंद करने का फैसला लिया है। यह बदलाव 2 अक्टूबर 2025 तक लागू हो जाएगा। इसका उद्देश्य उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा बढ़ाना और ऑनलाइन धोखाधड़ी को रोकना है। अब कोई भी यूजर दूसरे व्यक्ति से सीधे पैसे मांगने के लिए कलेक्ट रिक्वेस्ट नहीं भेज सकेगा। इससे छोटे-मोटे ट्रांजेक्शनों में असुविधा हो सकती है, लेकिन फ्रॉड के मामले कम होंगे।
रेलवे टिकट बुकिंग में आधार सत्यापन अनिवार्य
इंडियन रेलवे ने ऑनलाइन जनरल टिकट बुकिंग के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। अब रिजर्वेशन खुलने के पहले 15 मिनट में केवल आधार-सत्यापित यूजर्स ही टिकट बुक कर सकेंगे। यह नियम IRCTC वेबसाइट और ऐप पर लागू होगा। इसका मकसद टिकटों की ब्लैकमार्केटिंग रोकना और आम यात्रियों को प्राथमिकता देना है। आधार से लिंक न होने पर टिकट बुकिंग में देरी हो सकती है, इसलिए यात्रियों को जल्द से जल्द आधार वेरिफिकेशन कराना चाहिए।

NPS में 100% इक्विटी निवेश का विकल्प
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) के गैर-सरकारी सब्सक्राइबर्स अब अपने पेंशन कोरपस का 100% इक्विटी से जुड़ी स्कीम्स में निवेश कर सकेंगे, जो पहले 75% था। इसके अलावा, PRAN (परमानेंट रिटायरमेंट अकाउंट नंबर) खोलने और मेंटेनेंस के शुल्कों में संशोधन हुआ है। ई-PRAN किट के लिए 18 रुपये और फिजिकल PRAN कार्ड के लिए 40 रुपये का शुल्क लगेगा। जीरो बैलेंस अकाउंट्स पर मेंटेनेंस चार्ज शून्य रहेगा। यह बदलाव रिटायरमेंट प्लानिंग को ज्यादा लचीला बनाएगा, लेकिन बाजार जोखिम बढ़ सकता है।

एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में संभावित बदलाव
सरकार ने एलपीजी सिलेंडर की कीमतों की मासिक समीक्षा की है। 1 अक्टूबर से कीमतों में वृद्धि, कमी या स्थिरता हो सकती है। पिछले महीनों की तरह, यह घरेलू बजट पर असर डालेगी। उपभोक्ताओं को सब्सिडी वाले सिलेंडरों की उपलब्धता पर नजर रखनी चाहिए।

स्पीड पोस्ट शुल्क बढ़े, OTP डिलीवरी अनिवार्य
भारतीय डाक विभाग ने स्पीड पोस्ट सर्विस के शुल्कों में संशोधन किया है। अब प्रत्येक शिपमेंट पर GST अलग से दिखाया जाएगा। इसके साथ ही, डिलीवरी के लिए OTP-बेस्ड वेरिफिकेशन अनिवार्य हो गया है, जो सुरक्षा बढ़ाएगा। छोटे व्यवसायों और व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं पर अतिरिक्त खर्च का बोझ पड़ेगा।

चेक क्लीयरिंग और बैंकिंग शुल्कों में बदलाव
आरबीआई ने चेक क्लीयरिंग को बैच सिस्टम से कंटीन्यूअस क्लीयरिंग में बदल दिया है, जो 4 अक्टूबर से शुरू होगा। इससे चेक क्लीयरेंस तेज होगा। वहीं, HDFC बैंक, PNB और YES बैंक ने विभिन्न शुल्क बढ़ाए हैं, जैसे लॉकर चार्ज, स्टॉप पेमेंट फीस और सैलरी अकाउंट ट्रांजेक्शन लिमिट्स। ग्राहकों को नए नियमों की जांच करनी चाहिए ताकि अनावश्यक फीस से बच सकें।
ऑनलाइन गेमिंग पर सख्त नियम
ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म्स पर नई रेगुलेशन्स लागू होंगी, जिसमें 18+ उम्र सीमा, लाइसेंसिंग और प्लेयर प्रोटेक्शन शामिल हैं। यह बदलाव पारदर्शिता बढ़ाएगा, लेकिन गेमर्स को नए KYC नियमों का पालन करना पड़ेगा।
इन बदलावों से आम आदमी की जिंदगी में डिजिटल ट्रांजेक्शन, यात्रा और बचत योजनाओं पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि ये कदम सुरक्षा और दक्षता बढ़ाने के लिए हैं, लेकिन उपयोगकर्ताओं को अपडेट रहना जरूरी है। अधिक जानकारी के लिए संबंधित विभागों की आधिकारिक वेबसाइट चेक करें।






