पूर्व मुख्यमंत्री व उड़ीसा के राज्यपाल रघुवर दास के इस्तीफे के बाद राजनीतिक सरगर्मीयां हुई तेज।
पूर्व मुख्यमंत्री व उड़ीसा के राज्यपाल रघुवर दास के इस्तीफे के बाद राजनीतिक सरगर्मीयां हुई तेज।

रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और उड़ीसा के गवर्नर रघुवर दास के गवर्नर पद से इस्तीफा के बाद सक्रिय राजनीति में वापसी के संभावनाओं को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म है। सक्रिय राजनीति में वापसी के बाद रघुवर दास किस भूमिका में नजर आएंगे और बीजेपी को उनसे कितना लाभ मिलेगा यह तो भविष्य में छिपा हुआ है लेकिन बीजेपी की धुर विरोधी पार्टी कांग्रेस के नेता रघुवर दास की वापसी को लेकर चुटकी लेते हुए नजर आए। साथ ही कांग्रेस नेता ने कहा कि रघुवर दास के 5 साल के कार्यकाल में झारखंड की जनता ने जो दंश झेला है उसका परिणाम 2019 और 2024 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को भुगतना पड़ा। ऐसे में अगर खेवनहार के तौर पर रघुवर दास को बीजेपी में वापस लाया जाता है तो कांग्रेस यह मानती है कि इससे बीजेपी का बंटाधार ही होगा क्योंकि पत्थलगड़ी मामला हो या फिर सीएनटी एसपीटी एक्ट में छेड़छाड़ का मामला या फ़िर झारखंड के जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर बीजेपी की साख को जनता में धूमिल करने का श्री रघुवर दास को ही जाता है।
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वहीं बीजेपी नेता ने रघुवर दास की सक्रिय राजनीति में वापसी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रघुवर दास काफी अनुभवी राजनीतिज्ञान है, वह एक कुशल राजनीतिक प्रबंधक और आम जनता में काफ़ी लोकप्रिय हैं,निश्चित ही सक्रिय राजनीति में उनकी वापसी से पार्टी को फायदा होगा। विशेष तौर पर झारखंड में रघुवर दास के कार्यकाल में विकास के जो काम हुए हैं उस लकीर के आसपास आज भी कोई नहीं पहुंच सका है।








