Ranchi News:- रिनपास में टेंडर घोटाला, एल-2 एजेंसी को बताया योग्य, सालाना 30 लाख की क्षति

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Prerna  Chourasia

Drishti  Now , Ranchi

रिनपास में एल-वन एजेंसी के चयन में हेरफेर कर टेंडर घोटाला करने का मामला सामने आया है। सवालों के घेरे में पर्चेज सब कमेटी के साथ-साथ रिनपास की डायरेक्टर जयती सिमलई भी हैं। दरअसल, रिनपास की सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए टेंडर निकाला गया था। इसमें 12 एजेंसियां शामिल हुईं।

पहले से काम कर रही इंटेलिजेंस सिक्यूरिटी ऑफ इंडिया ने एक्स सर्विसमैन सुपरवाइजर और गार्ड के लिए सबसे कम रेट डाला, लेकिन दूसरी एजेंसी सामंथा सिक्यूरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज ने सुपरवाइजर और गार्ड को भुगतान करने के लिए करीब 2500-2500 रुपए अधिक रेट डाले।

मजेदार बात यह है कि रिनपास प्रबंधन ने इंटेलिजेंस सिक्यूरिटी को रिजेक्ट करते हुए सामंथा को एल-वन घोषित कर दिया। साथ ही सामंथा को 10 दिनों के अंदर एग्रीमेंट करने के लिए पत्र भी भेज दिया है। रिनपास में एजेंसी के तहत अभी 237 गार्ड और चार सुपरवाइजर कार्यरत हैं। यदि 100 गार्ड भी एक्स सर्विसमैन के रूप में सेवा देते हैं तो रिनपास को 30 लाख रुपए सालाना अधिक चुकाने होंगे।

टेंडर ऑनलाइन, पर चयनित एजेंसी पोर्टल पर अपलोड नहीं

टेंडर की पूरी प्रक्रिया रिनपास प्रशासन ने ऑनलाइन की थी। टेक्निकल तथा फाइनेंशियल बिड भी ऑनलाइन ही खोला गया, लेकिन कौन सी एजेंसी एल-वन चयनित हुई, इसे अब तक पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया। यानी पोर्टल पर सामंथा सिक्यूरिटी का नाम पर नहीं डाला गया है। हालांकि, टेंडर में शामिल 12 एजेंसियों के नाम दिख रहे हैं। बता दें कि एल-वन चयन के लिए 21 जनवरी को ही पर्चेज कमेटी की बैठक हुई, पर निर्णय 5 फरवरी तक ऑनलाइन प्रदर्शित नहीं किया गया।

गड़बड़ी के खिलाफ हाईकोर्ट जाएगी इंटेलिजेंस सिक्यूरिटी

हमने सामंथा से कम रेट दिया, लेकिन हमें एल-वन कंपनी न चुनते हुए अयोग्य ठहरा दिया गया। इस टेंडर घोटाले के खिलाफ हाईकोर्ट में सोमवार को याचिका दायर करने की तैयारी पूरी कर ली गई है। -महताब आलम, संचालक, इंटेलिजेंस सिक्यूरिटी ऑफ इंडिया।

पर्चेज सब कमेटी ने जिसे सही पाया, उसका चयन किया

एजेंसी चयन से पूर्व पर्चेज सब कमेटी ने बैठक कर एक-एक बिडर का रिकॉर्ड, रेट आदि सभी पहलुओं पर एनालाइज किया था। उसके बाद ही जो सही पाया गया, उसका चयन किया गया है।
डॉ. जयती सिमलई, निदेशक, रिनपास

​​​​​​​अगर गड़बड़ी हुई है तो पूरे मामले की जांच कराई जाएगी

मुझे अब तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। फिर भी अगर एजेंसी चयन में गड़बड़ी की बात सामने आ रही है तो अपने स्तर से पूरे मामले की जांच कराएंगे। गड़बड़ी की पुष्टि होने पर कार्रवाई की जाएगी।
-बन्ना गुप्ता, स्वास्थ्य मंत्री

इन 12 एजेंसियों ने भरा था टेंडर

बालाजी डिटेक्टिव फोर्स, कॉल मी सर्विसेज, एवरेस्ट ह्यूमन रिर्सोस कंसलटेंट, एवरग्रीन सर्विसेज, फ्रंटलाइन (एनसीआर) बिजनेस सोल्यूशंस, इंटेलिजेंस सिक्योरिटी ऑफ इंडिया, मेसर्स ऑरियन सिक्योरिटी सोल्यूशंस, राइडर सिक्योरिटी सर्विसेज, सामंथा सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज, शिवा प्रोटेक्शन फोर्स, सिंह इंटेलिजेंस सिक्योरिटी और सिंह सिक्योरिटी एंड डिटेक्टिव सर्विसेज।

सामंथा सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज, इंटेलिजेंस सिक्योरिटी ऑफ इंडिया

श्रेणी पद रेट रेट

एक्स सर्विसमैन सुपरवाइजर 41021 38627 एक्स सर्विसमैन सिक्योरिटी गार्ड 34149 31756 सिविलियन सिक्योरिटी सुपरवाइजर 19182 19182 सिविलियन सिक्योरिटी गार्ड 14850 14850

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