र्ग्रेटर नोएडा में सनसनी: मृत महिला के खाते में आए 1 अरब 13 लाख 55 हजार करोड़ रुपये, तकनीकी गड़बड़ी या कुछ और?
र्ग्रेटर नोएडा में सनसनी: मृत महिला के खाते में आए 1 अरब 13 लाख 55 हजार करोड़ रुपये, तकनीकी गड़बड़ी या कुछ और?
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!दीपक उर्फ दीपू के खाते में 36 डिजिट की राशि जमा होने का मैसेज, बैंक ने खाता फ्रीज किया, आयकर विभाग और पुलिस जांच में जुटी
ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के दनकौर क्षेत्र में एक हैरान करने वाली घटना ने सभी को चौंका दिया है। यहां के ऊंची दनकौर मोहल्ले में रहने वाले 20 वर्षीय दीपक उर्फ दीपू के कोटक महिंद्रा बैंक खाते में 1 अगस्त 2025 को एक मैसेज आया, जिसमें 1 अरब 13 लाख 55 हजार करोड़ रुपये (10,01,35,60,00,00,00,00,00,01,00,23,56,00,00,00,00,299 रुपये) जमा होने की सूचना थी। यह राशि इतनी विशाल थी कि इसे 36 डिजिट की संख्या के रूप में व्यक्त किया गया। खास बात यह है कि यह खाता दीपक की मृत मां गायत्री देवी के नाम पर था, जिनका निधन दो महीने पहले हो चुका है। इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों बल्कि पूरे देश में चर्चा का माहौल बना दिया है।
क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दीपक कुमार, जो हाल ही में अपने माता-पिता को खो चुके हैं और बेरोजगार हैं, अपनी मां के कोटक महिंद्रा बैंक खाते को संचालित करते थे। इस खाते का उपयोग वह यूपीआई के जरिए छोटे-मोटे लेनदेन के लिए करते थे। 1 अगस्त 2025 की रात को उनके मोबाइल पर एक बैंक नोटिफिकेशन आया, जिसमें उनके खाते में 1.13 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि जमा होने की जानकारी थी। यह राशि इतनी बड़ी थी कि इसे समझना भी आम आदमी के लिए मुश्किल था।
दीपक ने बताया कि वह इस मैसेज को देखकर स्तब्ध रह गए। उन्होंने तुरंत बैंक में संपर्क किया, लेकिन बैंक कर्मचारियों ने कोई ठोस जानकारी नहीं दी और बताया कि खाता फ्रीज कर दिया गया है। इस बीच, दीपक ने यूपीआई के जरिए पेमेंट करने की कोशिश की, लेकिन ट्रांजेक्शन विफल रहा। जब उन्होंने खाते का बैलेंस चेक किया, तो यह हैरान करने वाली राशि सामने आई।
तकनीकी गड़बड़ी या साइबर फ्रॉड?
ग्रेटर नोएडा के दनकौर थाना पुलिस ने प्रारंभिक जांच में बताया कि यह राशि NAVI UPI ऐप पर एक तकनीकी गड़बड़ी (टेक्निकल ग्लिच) के कारण दिखाई दी थी। पुलिस के अनुसार, यह केवल NAVI ऐप पर ही बैलेंस के रूप में प्रदर्शित हो रहा था, जबकि वास्तविक खाता शेष शून्य था। कोटक महिंद्रा बैंक और फोन पे के स्टेटमेंट में भी इस बात की पुष्टि हुई कि खाते में कोई असामान्य राशि जमा नहीं हुई थी।
हालांकि, इस मामले ने कई सवाल खड़े किए हैं। क्या यह वाकई एक तकनीकी गड़बड़ी थी, या इसके पीछे कोई बड़ा साइबर फ्रॉड छिपा है? आयकर विभाग ने इस असामान्य लेनदेन की जांच शुरू कर दी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह राशि कहां से और कैसे इस खाते में दिखाई दी। बैंक ने भी इस मामले की सूचना आयकर विभाग को दी और खाते को तुरंत फ्रीज कर दिया।
सोशल मीडिया पर चर्चा
यह खबर सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई। कई यूजर्स ने इसे बैंक की गलती करार दिया, जबकि कुछ ने मजाक में कहा कि “दीपक अब अंबानी से भी अमीर हो गया।” एक यूजर ने लिखा, “इतनी राशि तो किसी देश के पास भी नहीं होती!” इस घटना ने डिजिटल लेनदेन की सुरक्षा और यूपीआई सिस्टम की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए हैं।
पुलिस और आयकर विभाग की कार्रवाई
दनकौर थाना पुलिस और आयकर विभाग इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि यह तकनीकी गड़बड़ी का परिणाम हो सकता है, लेकिन अन्य संभावनाओं को भी खारिज नहीं किया जा रहा है। आयकर विभाग इस राशि के स्रोत का पता लगाने में जुटा है। कार्यवाहक कोतवाली प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने कहा, “हमें इस मामले की औपचारिक जानकारी नहीं मिली है, लेकिन अगर ऐसी कोई घटना है, तो इसकी जांच की जाएगी।”
यूपीआई फ्रॉड की बढ़ती घटनाएं
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब यूपीआई से जुड़े फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में यूपीआई से संबंधित धोखाधड़ी के 18,461 मामले दर्ज किए गए, जो पिछले साल की तुलना में 27% अधिक हैं। साइबर ठग फर्जी यूपीआई आईडी, फिशिंग, और फेक ऐप्स के जरिए लोगों को ठग रहे हैं। इस मामले ने एक बार फिर डिजिटल पेमेंट सिस्टम की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं।[]
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 20 वर्षीय दीपक, जो हाल ही में अपने माता-पिता को खो चुके हैं, इस घटना से पूरी तरह हतप्रभ हैं। उन्होंने बताया कि वह दो महीने पहले ही इस खाते को खोलकर छोटे-मोटे लेनदेन कर रहे थे। इस मैसेज के बाद उनकी जिंदगी में एक नया तनाव आ गया है। बैंक द्वारा खाता फ्रीज होने के कारण वह अपने रोजमर्रा के लेनदेन भी नहीं कर पा रहे हैं।
जाहिर है यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हों गया है । और पूरे देश मे चर्चा का विषय बना हुआ है। आयकर विभाग और पुलिस की जांच के बाद ही इस मामले की सच्चाई सामने आएगी। तब तक, यह घटना लोगों के बीच जिज्ञासा और अटकलों का कारण बनी रहेगी।
नोट – यह खबर वायरल खबर से लिया गया है drishtinow इसकी सत्यता को प्रमाणित नही करता है।





