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हजारीबाग में अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी रैकेट का पर्दाफाश, डंकी रूट के जरिए ठगी, 5 गिरफ्तार

हजारीबाग में अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी रैकेट का पर्दाफाश, डंकी रूट के जरिए ठगी, 5 गिरफ्तार

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हजारीबाग, 2 अगस्त : झारखंड के हजारीबाग जिले में पुलिस ने एक सनसनीखेज अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। टाटीझरिया थाना क्षेत्र के भराजो गांव निवासी सोनू कुमार की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मास्टरमाइंड उदय कुमार कुशवाहा सहित पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। यह गिरोह अमेरिका में नौकरी का झांसा देकर फर्जी दस्तावेजों और अवैध डंकी रूट के जरिए लोगों को तस्करी कर रहा था, जिसके तहत पीड़ितों से करोड़ों रुपये की ठगी की गई।

मामले का खुलासा
सोनू कुमार ने 30 जुलाई 2025 को टाटीझरिया थाने में शिकायत दर्ज की कि गांव के ही उदय कुमार कुशवाहा, जो पिछले 45 वर्षों से अमेरिका में रहकर व्यवसाय कर रहा है, ने उन्हें और दो अन्य लोगों—बिकाश कुमार और पिंटू कुमार—को अमेरिका में नौकरी दिलाने का लालच दिया। इसके लिए फर्जी दस्तावेज तैयार कर उन्हें 2024 में दिल्ली से ब्राजील भेजा गया। ब्राजील पहुंचने पर उन्हें अंतरराष्ट्रीय डंकी माफिया के हवाले कर दिया गया, जो उन्हें सड़क और नदी मार्ग से बोलिविया, पेरू, इक्वाडोर, कोलंबिया, पनामा, कोस्टा रिका, होंडुरास, ग्वाटेमाला होते हुए अमेरिका ले जाने की कोशिश में थे।

सोनू को माफिया ने 50 दिनों तक अपने कब्जे में रखा। इस दौरान उदय ने उनके गरीब पिता से फोन पर संपर्क कर और पैसे की मांग की। मजबूर होकर सोनू के पिता ने अपनी पैतृक जमीन बेचकर ₹45 लाख की राशि उदय के रिश्तेदारों को दी। सोनू को मेक्सिको सिटी से सैन डिएगो ले जाया गया, लेकिन अमेरिकी सीमा पर उन्हें पकड़ लिया गया और चार महीने तक डिटेंशन सेंटर में रखा गया। मार्च 2025 में उन्हें भारत डिपोर्ट कर दिया गया।

घर लौटने पर जब सोनू ने अपनी रकम वापस मांगी, तो उदय और उनके भाई चोहान प्रसाद ने गाली-गलौज, मारपीट और जान से मारने की धमकी दी। डर के मारे सोनू ने पुलिस में शिकायत दर्ज की, जिसके आधार पर टाटीझरिया थाने में कांड संख्या 32/25 दर्ज हुआ।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई
हजारीबाग पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, बिश्रुगढ़ के नेतृत्व में विशेष छापामारी दल गठित किया गया। छापेमारी में पांच अभियुक्त गिरफ्तार किए गए:

1. **उदय कुमार कुशवाहा** (मास्टरमाइंड, वर्तमान पता: अमेरिका)
2. **दर्शन प्रसाद** (बुध बाजार, टाटीझरिया)
3. **लालमोहन प्रसाद** (केसडा, टाटीझरिया)
4. **चोहान प्रसाद** (भराजो, टाटीझरिया)
5. **शंकर प्रसाद** (मेरु, हजारीबाग)

बरामद सामग्री
– उदय कुमार के पास से सैमसंग मोबाइल, जिसमें पीड़ितों के साथ व्हाट्सएप चैट।
– उदय की पत्नी के नाम से Axis और SBI बैंक की डिपॉजिट पर्ची।
– नोटबुक में डंकी रूट से भेजे गए लोगों की सूची और वसूली गई रकम का विवरण।
– दर्शन प्रसाद के पास से रेडमी मोबाइल, जिसमें ट्रांजैक्शन स्क्रीनशॉट।
– लालमोहन प्रसाद के पास से वीवो मोबाइल और उदय के साथ लेनदेन के स्क्रीनशॉट।
– शंकर प्रसाद के पास से मोटोरोला मोबाइल, जिसमें उदय से लेनदेन के व्हाट्सएप चैट।

डंकी रूट से भेजे गए लोग
पुलिस ने अब तक 12 लोगों की सूची जारी की, जिन्हें इस नेटवर्क ने डंकी रूट के जरिए अमेरिका भेजा:
1. दिगंबर कुशवाहा (2018)
2. राजकुमार कुशवाहा (2013)
3. नंदू कुमार (2022)
4. पप्पू कुमार (2022)
5. चन्दन कुमार (2022)
6. शंभू दयाल (2022)
7. पृथ्वी राज कुशवाहा उर्फ सोनू (2022)
8. संजय वर्मा (2022)
9. सुमन सौरभ प्रसाद (2022)
10. प्रवीण कुमार (2022)
11. अरुण कुमार कुशवाहा (2019)
12. धीरज कुमार (2019)

छापामारी दल
छापामारी दल में शामिल अधिकारियों में बैजनाथ प्रसाद (अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, बिश्रुगढ़), सरोज सिंह चौधरी (थाना प्रभारी, टाटीझरिया), पवन कुमार (अनुसंधानकर्ता), कुनाल किशोर (थाना प्रभारी, मुफस्सिल थाना), और तकनीकी शाखा के अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।

पुलिस की अपील
हजारीबाग पुलिस ने इसे एक बड़े अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी रैकेट का हिस्सा माना है और अन्य संलिप्त व्यक्तियों व माफिया नेटवर्क की तलाश जारी रखी है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे ऐसे किसी झांसे में न आएं और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

 

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