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भारत-पाक क्रिकेट मैच का विरोध: सिख स्टूडेंट फेडरेशन ने खेल मंत्री की तस्वीर जलाकर जताया आक्रोश

भारत-पाक क्रिकेट मैच का विरोध: सिख स्टूडेंट फेडरेशन ने खेल मंत्री की तस्वीर जलाकर जताया आक्रोश

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जमशेदपुर, 12 सितंबर : एशिया कप 2025 में 14 सितंबर को दुबई में होने वाले भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के खिलाफ देशभर में विरोध तेज हो गया है। ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन (पूर्वी भारत) ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाते हुए शुक्रवार को जमशेदपुर के साकची में केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया की तस्वीर जलाकर अपना आक्रोश जताया। फेडरेशन ने मांग की है कि जब तक पाकिस्तान से आतंकवाद का खतरा बना रहेगा, तब तक भारत-पाक क्रिकेट संबंधों पर पूर्ण रोक लगनी चाहिए।

फेडरेशन के अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर ने कहा, “पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल 2024) में 26 निर्दोष लोगों की शहादत आज भी हमारे दिलों में ताजा है। ऐसे में भारत-पाक क्रिकेट मैच का आयोजन शहीद परिवारों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है।” उन्होंने बीसीसीआई और केंद्र सरकार से अपील की कि शहीदों के सम्मान में इस मैच को तत्काल रद्द किया जाए। गंभीर ने स्पष्ट किया कि जब तक पाकिस्तान की धरती से आतंकवाद पनपता रहेगा, क्रिकेट जैसे संबंध अस्वीकार्य हैं।

विरोध प्रदर्शन में भारी भीड़, सिख समुदाय का समर्थन

साकची में आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में फेडरेशन के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ स्थानीय सिख समुदाय ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों ने ‘पाकिस्तान से क्रिकेट बंद करो’ जैसे नारे लगाए और बैनर प्रदर्शित किए। कार्यक्रम में बिस्टुपुर गुरुद्वारा के अध्यक्ष प्रकाश सिंह, महासचिव त्रिलोक सिंह, और अन्य प्रमुख सदस्य जैसे सुखदेव सिंह, त्रिलोचन सिंह, मंजीत सिंह गिल, अमरजीत सिंह, इंदरपाल सिंह, गुरबचन सिंह, और गुरपाल सिंह शामिल रहे। फेडरेशन के युवा कार्यकर्ताओं ने भी इस मुद्दे पर अपनी आवाज बुलंद की।

राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ता विरोध

यह विरोध केवल जमशेदपुर तक सीमित नहीं है। देशभर में शिवसेना (UBT) जैसे संगठन और पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह जैसे हस्तियां भी इस मैच के खिलाफ आवाज उठा रही हैं। हरभजन ने कहा, “खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। राष्ट्र पहले, क्रिकेट बाद में।” सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में इस मैच पर रोक की याचिका खारिज की, लेकिन राष्ट्रीय भावनाओं को देखते हुए बहस थमने का नाम नहीं ले रही।

जाहिर है एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान ग्रुप ए में हैं, जिसमें ओमान और मेजबान UAE भी शामिल हैं। यह मैच दुबई के न्यूट्रल वेन्यू पर खेला जाना है, लेकिन पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर (28 जुलाई 2024) के बाद से भारत में इस आयोजन के खिलाफ गुस्सा बढ़ रहा है। ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन, जो 1943 में स्थापित हुआ और सिख मूल्यों के प्रचार के साथ-साथ राष्ट्रीय मुद्दों पर सक्रिय रहता है, ने इस विरोध को और मुखर किया है।

फेडरेशन का यह कदम शहीदों के सम्मान और आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग को दर्शाता है। सतनाम सिंह गंभीर ने चेतावनी दी, “जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद नहीं करता, भारत को क्रिकेट जैसे मंचों पर उसका बहिष्कार करना होगा।”

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