रांची रेलवे स्टेशन पर बाल तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई: 13 नाबालिग बच्चे बचाए, 4 तस्कर गिरफ्तार

रांची रेलवे स्टेशन पर बाल तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई: 13 नाबालिग बच्चे बचाए, 4 तस्कर गिरफ्तार
रांची, 13 अक्टूबर : रांची रेलवे स्टेशन पर बाल मजदूरी के लिए तस्करी किए जा रहे 12 नाबालिग लड़कों और 1 नाबालिग लड़की को एक संयुक्त रेस्क्यू अभियान में सफलतापूर्वक बचाया गया। यह अभियान गुप्त सूचना के आधार पर रांची रेलवे सुरक्षा बल (RPF), राजकीय रेलवे पुलिस (GRP), झारखंड पुलिस, और गैर-सरकारी संगठनों ‘जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन’ तथा ‘SVGG, रांची’ के सहयोग से चलाया गया।
कैसे हुआ बच्चो का रेस्क्यू
पुलिस को सूचना मिली थी कि वास्कोडिगामा साप्ताहिक एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 17322) में जसीडीह से सिकंदराबाद 20 बच्चों को बाल मजदूरी के लिए तस्करी की जा रही है। इसी सूचना पर रांची रेलवे स्टेशन पर चलाए गए अभियान में 13 बच्चों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया गया। बच्चों के साथ सफर कर रहे 4 तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया, जो इन्हें बहला-फुसलाकर तस्करी कर रहे थे।
रेस्क्यू में शामिल टीम
इस सफल अभियान में इन अधिकारियों और संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका रही:
रांची GRP: Dy.SP प्रदीप मिंज और उनकी पूरी टीम।
रांची RPF: उप-निरीक्षक सूरज पांडे और उनकी पूरी टीम।
मुरी GRP: उप-निरीक्षक संतोष कुमार सिंह।
SVGG, रांची: सचिव श्री राजेन कुमार और समन्वयक श्री धीरज कुमार राय।
जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन: सुपरवाइजर शंकर प्रजापति और श्रीमती अर्पणा सिंह।
चाइल्ड राइट फाउंडेशन: बैजनाथ कुमार ने प्रशासनिक सहयोग प्रदान किया।
जाहिर है इस पुलिसिया कार्यवाही से बाल तस्करी के खिलाफ कड़ा संदेश जाएगा । यह अभियान बाल तस्करी और बाल मजदूरी के खिलाफ एक मजबूत कदम है।
वैसे भारत में बाल मजदूरी और तस्करी गंभीर अपराध हैं, जो जुवेनाइल जस्टिस एक्ट, 2015 के तहत दंडनीय हैं।





