मुंबई बंधक कांड का अंत: 17 बच्चों को बचाने के लिए पुलिस की जवाबी कार्रवाई, आरोपी रोहित आर्या की गोली लगने से मौत
मुंबई : मुंबई के पवई इलाके में दिनभर चले हाई-वोल्टेज ड्रामे का अंत दुखद लेकिन राहत भरा रहा। एक्टिंग ऑडिशन के बहाने 17 बच्चों सहित 19 लोगों को बंधक बनाने वाले आरोपी रोहित आर्या की पुलिस की जवाबी गोलीबारी में मौत हो गई। मुंबई पुलिस ने साहसिक ऑपरेशन चलाकर सभी बंधकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, जिससे शहर में सांसें थाम लेने वाली यह घटना एक सफल रेस्क्यू मिशन के रूप में समाप्त हुई।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!गुरुवार दोपहर करीब 1:30 बजे पवई स्थित ‘आरए स्टूडियो’ (रॉ स्टूडियो) में हड़कंप मच गया। यह स्टूडियो एक्टिंग क्लासेस और वेब सीरीज ऑडिशन के लिए जाना जाता है, जहां सुबह लगभग 100 बच्चे पहुंचे थे। पुणे मूल के रोहित आर्या, जो मुंबई के चेंबूर में रहता था और स्टूडियो से जुड़ा हुआ था, ने 8 से 14 साल के 17 बच्चों, एक बुजुर्ग और एक अन्य व्यक्ति को बंधक बना लिया।
आरोपी ने घटना से पहले एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उसने अपने ‘आत्मघाती इरादों’ और ‘नैतिक मांगों’ का जिक्र किया। वीडियो में रोहित ने कहा, “सुसाइड करने के बजाय मैंने एक योजना बनाई है। स्टूडियो में कुछ बच्चों को बंधक बना रहा हूं।” पुलिस सूत्रों के अनुसार, रोहित मानसिक रूप से अस्थिर था और उसके पास एयर गन तथा कुछ संदिग्ध केमिकल पदार्थ बरामद हुए।
जब बच्चे बाहर नहीं निकले, तो परिजनों ने हंगामा मचाया। सूचना मिलते ही पवई पुलिस स्टेशन की टीम मौके पर पहुंची। कमांडो और स्पेशल फोर्स ने साइलेंट ऑपरेशन शुरू किया, जो करीब दो घंटे चला। पुलिस ने पहले रोहित से बातचीत की कोशिश की और सरेंडर करने को कहा, लेकिन उसने एयर गन से फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक गोली आरोपी को लग गई। घायल रोहित को तुरंत जोगेश्वरी ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सभी 17 बच्चे और अन्य बंधक सुरक्षित हैं। उन्हें उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है, जिसमें रोहित के मंसूबों और मानसिक स्थिति की पड़ताल की जाएगी।







