किसान का बेटा बनेगा डॉक्टर, नीट की परीक्षा में 99.48 अंक प्राप्त किया.
Plamu, Arunish Singh
पलामू/ मोहम्मदगंज : प्रतिभा व कड़ी मेहनत कभी बेकार नही होती. वह सफलता हर हाल में दिलाती ही है. आज भी जहां डॉक्टर और इंजीनियर बनने के लिये अभिभावकों और छात्रों की सोच बड़े कोचिंग संस्थान में लाखों रुपये खर्च कर इन प्रतियोगी परीक्षाओ में सफल होने की उम्मीद रखते हैं. वही सबसे कुछ अलग कर मोहम्मदगंज का ऋषभ सिंह ने घर पर रहकर सेल्फ स्टडी से अपने लक्ष्य को प्राप्त किया है. मोहम्मदगंज के साथ अपने इलाके के और अपना माता पिता का नाम रोशन किया है.
ऋषभ की माता सुशीला देवी एक सफल गृहणी है, जबकि पिता साधारण किसान. उसकी मैट्रिक की पढ़ाई मैकलुस्कीगंज के डॉन बोस्को में और इंटर की पढ़ाई पटना में रहकर सीबीएसई पैटर्न से किया. ऋषभ सिंह ने बताया कि दूसरी बार मे यह सफलता उसके हाथ लगी है. अपने गांव में रहकर सेल्फ स्टडी से तैयारी किया. 6 से आठ घंटे तक पढ़ाई करने के बाद घर के काम मे मां और पिता का हाथ बटाता. लॉक डाउन में घर पर रहकर पढ़ाई किया, इस अवसर को अपने जीवन को दिशा देने में लगा कर अपना लक्ष्य हासिल किया है. जेनेरल केटेगरी से यह लक्ष्य प्राप्त कर वह काफी खुश है. उसकी इच्छा पढ़ाई पूरी कर एक सफल ऑर्थोपेडिक बनना है.
पिता अजित कुमार सिंह ने बताया कि चार पुत्री के बाद ऋषभ एक मात्र उनका पुत्र है. सभी पुत्री की शादी के बाद ऋषभ को पढ़ाने को लेकर अपनी कड़ी मेहनत से कोई कसर नही छोड़ाजिसका परिणाम हैं कि भगवान ने उनकी जीवन का कष्ट अब दूर कर दिया हैं. इस सफलता से मोहम्मदगंज समेत उनके परिजनों ने भी खुशी जताई हैं. नीट द्वारा जारी परिणाम में एआईआर 6728 कुल प्राप्तांक 636 हैं जो 99.48 फीसदी अंक हैं.