Hemant Soren :- पूंजीपतियों को सहूलियत देने वाला बजट, झारखंड के लिए कुछ नहीं
Hemant Soren
Prerna Chourasia
Drishti Now Ranchi
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को पेश हुए केंद्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि मैं एक आशावादी व्यक्ति हूं। उम्मीद थी कि स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार जो कि कोरोना महामारी के समय सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे, उसको लेकर विशेष प्रबंध किये जाएंगे। जीएसटी कंपनसेशन के लिए समय बढ़ाया जाएगा। लेकिन आशा के विपरीत शिक्षा, स्वास्थ्य एवं ग्रामीण भारत की जीवन रेखा मनरेगा के बजट में कटौती की गई है। नौकरी, रोजगार, मंहगाई जैसे विषय पर बजट की चुप्पी चिंताजनक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट में झारखंड के लिए कुछ नहीं है। देश को प्रति किमी. रेल पटरी के आधार पर सबसे ज्यादा मुनाफा कमा कर देने वाले हम हैं। ऐसे में हमें नई रेल लाइन और नई ट्रेनें मिलनी चाहिए थीं। एयरपोर्ट युग से किनका भला होगा, वह हम समझते हैं।
केंद्र सरकार ने बोगस बजट पेश किया : राजेश ठाकुर
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कुल मिला जुला कर देखा जाए तो बजट बोगस है। बजट में घोषणाओं के बाद भाजपा का इसके क्रियान्वयन में लक्ष्य से पीछे रहने का इतिहास रहा है। इनकम टैक्स राहत के मामले में सरकार ने मिडिल और सैलरीड क्लास को झुनझुना ही थमाया है।
उम्मीदों के विपरीत बजट निराशाजनक : निरंजन शर्मा
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता निरंजन शर्मा ने कहा है कि उम्मीदों के विपरीत निराशाजनक बजट है। अमृत काल के बजट में अमृत किसके हिस्से में आया और किसे विषपान करना होगा, यह सोचनीय विषय है। मोदी सरकार ने किसानों के लिए बजट में कुछ नहीं दिया।
वाम दलों ने कहा- बजट आम लोगों पर एक और हमला
माकपा के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने कहा कि कथित अमृत काल के बजट आम लोगों पर एक और हमला है। बजट में आम जनता के लिए केवल बड़ी-बड़ी घोषणाएं की गई हैं। खाद्य सुरक्षा अनुदान घटाकर मात्र 90 हजार करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है। सीपीआई के राज्य सचिव महेंद्र पाठक एवं जिला मंत्री अजय सिंह ने कहा कि यह बजट 120 करोड़ जनता को दिग्भ्रमित करने वाला है। यह आम न होकर एक खास तबके के लिए है।
इन्होंने भी बजट की आलोचना की : सुबोधकांत सहाय, बंधु तिर्की, राजीव रंजन, विनय सिन्हा, जदयू के सागर कुमार, सुप्रियो भट्टाचार्य, रंजन कुमार यादव व अन्य।