JSSC तकनीकी परीक्षा रद्द, बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर लगाया युवाओं से विश्वासघात का आरोप

रांची : झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा आयोजित झारखंड तकनीकी/विशिष्ट योग्यताधारी स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा (JT/SQGLCCE) को अंतिम क्षण में रद्द कर दिए जाने से हजारों अभ्यर्थी स्तब्ध हैं। परीक्षा आज (9 अक्टूबर) सुबह से शुरू होनी थी, लेकिन रातोंरात ‘तकनीकी खराबी’ का हवाला देकर इसे स्थगित कर दिया गया। इस घटना पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर तीखा प्रहार करते हुए इसे ‘युवाओं के साथ विश्वासघात’ करार दिया है।

मरांडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट साझा करते हुए कहा, “हेमंत सोरेन जी ने युवाओं के साथ फिर वही किया, जो अब तक करते आए हैं – विश्वासघात!” उन्होंने आगे जोड़ा कि परीक्षा रद्द करने की घोषणा अचानक की गई, जिससे अभ्यर्थियों को आर्थिक और मानसिक नुकसान का सामना करना पड़ा। मरांडी ने सवाल उठाया कि क्या मुख्यमंत्री के दिल्ली प्रवास के कारण तकनीकी सेटअप प्रभावित हुआ या वास्तव में कोई गंभीर समस्या थी? उन्होंने मांग की है कि सरकार तत्काल खामियों को दूर कर परीक्षा का पारदर्शी आयोजन करे और अभ्यर्थियों के यात्रा खर्च की भरपाई भी करे।

अभ्यर्थियों में आक्रोश, लगातार हो रही हैं शिकायतें
परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे अभ्यर्थी इस फैसले से बेहद नाराज हैं। एक अभ्यर्थी ने बताया, “हमने नौकरी छोड़कर, परिवार से दूर होकर तैयारी की। कम से कम 24 घंटे पहले सूचना दी जाती तो बेहतर होता। JSSC का यह रवैया पूरी तरह से अकर्मण्य है।” विभिन्न परीक्षा केंद्रों से खबरें आ रही हैं कि अभ्यर्थी आयोग के खिलाफ प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने भी एक्स पर पोस्ट कर हेमंत सरकार को ‘छात्रों को ठगने’ का दोषी ठहराया है।

यह परीक्षा विभिन्न सरकारी विभागों में 492 से अधिक पदों (जैसे सहायक इंजीनियर, तकनीकी सहायक आदि) के लिए आयोजित होनी थी। JSSC ने आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस जारी कर बताया कि परीक्षा को तकनीकी कारणों से स्थगित किया गया है, लेकिन नई तारीख की घोषणा अभी नहीं हुई है। कैलेंडर के अनुसार, परीक्षा 9 से 16 अक्टूबर तक विभिन्न शिफ्टों में होनी थी।

6 सालों का ‘कुचक्र’: मरांडी का आरोप
मरांडी ने हेमंत सरकार पर पिछले 6 वर्षों से युवाओं को ‘साजिशों के कुचक्र’ में फंसाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पेपर लीक के मामले बढ़ते जा रहे हैं, जिससे युवाओं का करियर बर्बाद हो रहा है। इसके बाद भी सरकार अभ्यर्थियों को ही आरोपी ठहराकर बेगुनाही का सबूत मांग रही है। भाजपा नेता ने मांग की है कि परीक्षा रद्द करने की सच्ची वजहें सार्वजनिक की जाएं और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई हो।






