एनआईए ने केरल के मुनार से फरार नक्सली सावन टूटी को किया गिरफ्तार, 2021 लांजी जंगल विस्फोट मामले में आरोपी

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक बड़ा सफलता हासिल की है। एजेंसी ने 2021 के झारखंड लांजी जंगल आईईडी विस्फोट मामले में फरार चल रहे नक्सली सहयोगी सावन टूटी उर्फ साबन टूटी को केरल के इडुक्की जिले के मुनार से गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी सोमवार को की गई, जिसमें केरल पुलिस का भी सहयोग लिया गया। इस विस्फोट में तीन सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे।

सावन टूटी, जो झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले का निवासी है, सीपीआई (माओइस्ट) के हथियारबंद कैडरों का सक्रिय ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) था। वह 2021 के मार्च महीने से फरार चल रहा था और उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी था। एनआईए ने उस पर 20,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया था। जांच में पता चला है कि टूटी ने संगठन के वरिष्ठ नेताओं के इशारे पर सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की साजिश रची थी।

4 मार्च 2021 को झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर के लांजी फॉरेस्ट हिल एरिया में माओवादियों ने जंगल में एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगाया था, जो सुरक्षाबलों के वाहन पर फट गया। इस हमले में झारखंड जगुआर (एसटीएफ) के तीन जवान शहीद हो गए, जबकि सीआरपीएफ के एक एएसआई/आरओ सहित तीन अन्य सुरक्षाकर्मी बुरी तरह जख्मी हो गए। एनआईए ने इस मामले को (आरसी 02/2021/एनआईए/आरएनसी) के तहत दर्ज किया था और सितंबर 2021 में टूटी समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ आईपीसी, यूए(पी) एक्ट और सीएलए एक्ट की विभिन्न धाराओं में चार्जशीट दाखिल की थी।

एनआईए को विशिष्ट खुफिया इनपुट मिला था कि टूटी मुनार में छिपा हुआ है। वह पिछले डेढ़ साल से अपनी पत्नी के साथ गोडारविला एस्टेट में प्लांटेशन मजदूर के रूप में काम कर रहा था। एजेंसी ने केरल पुलिस के साथ मिलकर रविवार रात को ऑपरेशन चलाया। गिरफ्तारी के दौरान टूटी के पास से एक मोबाइल फोन, कई सिम कार्ड और पहचान से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए।









