छठ महापर्व की तैयारियां युद्ध स्तर पर शुरू, शंख नदी छठ घाट पर सुविधाओं का लिया गया जायजा

शंभू कुमार सिंह
सिमडेगा : छठ महापर्व के मद्देनजर सिमडेगा में शंख नदी छठ घाट पर तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। छठ पूजा समिति और छठ सेवा संस्थान ने व्रतियों व श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए युद्ध स्तर पर कार्य शुरू कर दिया है। इस संबंध में छठ सेवा संस्थान के संस्थापक सदस्यों की एक बैठक विष्णु प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित हुई, जिसमें घाट की साफ-सफाई, पथ निर्माण, पार्किंग व्यवस्था और अन्य सुविधाओं पर विस्तृत चर्चा हुई।

बैठक में निर्णय लिया गया कि 23 अक्टूबर से शंख नदी छठ घाट पर साफ-सफाई, पार्किंग स्थल का समतलीकरण, आवागमन के लिए पथ निर्माण, झाड़ियों की कटाई, और पेड़ों की टहनियों की छंटाई का कार्य शुरू होगा। मुख्य घाट के समतलीकरण और निर्माणाधीन पथ पर मिट्टी भराई के लिए समिति के सदस्यों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।

संस्थापक सदस्य प्रदीप केसरी ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी सड़क निर्माण, पार्किंग व्यवस्था, और झाड़ियों की कटाई का कार्य नगर परिषद के सहयोग से किया जाएगा। इसके अलावा, स्वच्छता विभाग द्वारा संगम स्थल पर व्रतियों के लिए लगभग एक दर्जन चेंजिंग रूम और पेयजल की व्यवस्था की जाएगी।

आवागमन और पार्किंग की व्यवस्था
केसरी ने बताया कि शंख नदी छठ घाट तक आवागमन के लिए दो मुख्य सड़कों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। पहाड़ टोली से घाट तक बड़ी गाड़ियों जैसे ट्रक, बस, ट्रैक्टर, और पिकअप वाहनों का आवागमन गरजा चौक और पेट्रोल पंप के पास बनी पक्की सड़क से होगा। वहीं, छोटी गाड़ियां जैसे कार, ऑटो, टुकटुक, और मोटरसाइकिल के लिए अलग से व्यवस्था की गई है।

आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध
छठ पूजा समिति ने घाट स्थल और संगम स्थल पर आतिशबाजी पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। समिति ने श्रद्धालुओं से घाट पर सभी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है ताकि महापर्व सुचारू और सुरक्षित रूप से संपन्न हो सके।

बैठक में उपस्थित सदस्य
बैठक में विष्णु प्रसाद, विद्या फणि भूषण शाहा, प्रदीप केसरी, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, चंदन लाल, राकेश सिंह, श्रद्धानंद बेसरा, अजय प्रसाद, अक्षय कुमार, और बसंत शर्मा सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।

छठ पूजा समिति ने व्रतियों और श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे घाट पर स्वच्छता और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें ताकि यह पवित्र पर्व शांति और भक्ति के साथ संपन्न हो।







