रहस्यमयी तरीके से गायब हुई मां और बेटी बरामद
रांची-रांची के चुटिया थाना क्षेत्र से रहस्यमयी तरीके से गायब हुई मां और बेटी बरामद कर ली गयी हैं। 27 वर्षीय मधु कुमारी अपनी 5 साल की बेटी के साथ 3 मार्च 2025 को सुबह 6:30 बजे अपने घर से लापता हो गई थीं। मधु उस समय नीले रंग का सूट पहने हुई थीं, जैसा कि उनके परिजनों ने पुलिस को दी गई जानकारी में बताया। उनके अचानक गायब होने से परिवार में हड़कंप मच गया। परिजनों ने पहले अपनी ओर से उनकी तलाश शुरू की—रिश्तेदारों और जान-पहचान वालों से संपर्क किया, हर संभव जगह पर पता लगाया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। मधु का मोबाइल फोन भी लगातार स्विच ऑफ आने से परिवार की चिंता और बढ़ गई। मायके वाले भी रांची पहुंचे और तलाश में जुट गए, लेकिन कोई ठोस जानकारी हाथ नहीं लगी।
आखिरकार, परिजनों ने चुटिया थाने में सनहा (गुमशुदगी की सूचना) दर्ज कराई और पुलिस से मधु और उनकी बेटी को जल्द से जल्द ढूंढने की गुहार लगाई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और जांच शुरू की। शुरुआती तौर पर मधु का फोन बंद होने के कारण लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल था, लेकिन चुटिया थाना प्रभारी लक्ष्मीकांत के निर्देश पर एसआई उपेंद्र कुमार दास ने तकनीकी जांच को आगे बढ़ाया। पुलिस ने मधु के मोबाइल नंबर के साथ-साथ उनके संपर्क में रहे संभावित अन्य नंबरों की भी पड़ताल की। कई दिनों की मेहनत के बाद पुलिस को कुछ सुराग मिले, जिसके आधार पर मोबाइल लोकेशन ट्रेस की गई। अंततः 27 मार्च 2025 को, यानी 24 दिन बाद, पुलिस ने मधु और उनकी बेटी को देवघर जिले के जसीडीह से बरामद कर लिया।
बरामदगी के बाद मधु ने पुलिस को बताया कि वह अपनी मर्जी से घर छोड़कर गई थीं। उनके अनुसार, पति से किसी बात को लेकर अनबन हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने बिना किसी को बताए घर छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने अपना सिम कार्ड भी तोड़कर फेंक दिया था ताकि कोई उनसे संपर्क न कर सके। पुलिस ने दोनों को सकुशल उनके परिजनों को सौंप दिया। परिजन भी दोनों को वापस पाकर राहत महसूस कर रहे थे और उन्होंने इस मामले में कोई औपचारिक शिकायत या केस दर्ज करने की मांग नहीं की है।
पुलिस की भूमिका इस मामले में सराहनीय रही। तकनीकी संसाधनों और लगातार प्रयासों के जरिए उन्होंने 24 दिनों में मधु और उनकी बेटी को ढूंढ निकाला। चूंकि कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई थी और मधु ने खुद स्वीकार किया कि वह अपनी इच्छा से गई थीं, इसलिए पुलिस ने इसे पारिवारिक विवाद मानकर आगे कोई कार्रवाई नहीं की।