कार्तिक पूर्णिमा पर महा अनुष्ठान के साथ शुरू हुआ राजकीय रामरेखा मेला, डीसी कंचन सिंह ने किया उद्घाटन
शंभू कुमार सिंह
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!सिमडेगा : कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर सिमडेगा जिले के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल रामरेखा धाम में मंगलवार को महा अनुष्ठान के साथ भव्य रामरेखा मेला का शुभारंभ हुआ। इस वर्ष यह मेला राजकीय स्तर पर आयोजित किया जा रहा है। उपायुक्त कंचन सिंह ने औपचारिक रूप से नारियल फोड़कर और पूजन-अर्चन कर मेले का उद्घाटन किया।
उद्घाटन समारोह में पुलिस अधीक्षक एम. अर्शी, रामरेखा धाम विकास समिति के अध्यक्ष एवं महंत अखंड दास जी महाराज, मुख्य संरक्षक दुर्ग विजय सिंह देव, संरक्षक कौशल राज सिंह देव, सचिव ओमप्रकाश साहू चैतन्य समेत अनेक गणमान्य उपस्थित रहे। इस दौरान भगवान श्रीराम के विग्रह में विधिवत पूजा-अर्चना कर जिले की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की गई। कार्यक्रम में रामरेखा धाम की ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्ता पर आधारित एक स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
महंत अखंड दास जी महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहा कि “राम सबके हैं, और राम को जानने के लिए स्वयं में रामत्व लाना आवश्यक है। इस कलियुग में केवल राम नाम की भक्ति ही जीवन को पवित्र और सफल बना सकती है।” उन्होंने भगवान श्रीराम को मर्यादा, त्याग और सत्य का प्रतीक बताते हुए उनके आदर्शों पर चलने का आह्वान किया।
धाम के संरक्षक कौशल राज सिंह देव ने कहा कि “रामरेखा धाम आस्था और आध्यात्मिकता का केंद्र है। भगवान श्रीराम ने अपने वनवास काल में इस भूमि पर समय बिताया और वनवासी समाज के प्रति समानता और प्रेम का संदेश दिया था।” उन्होंने कहा कि यह स्थल आज भी साधु-संतों की तपोभूमि और श्रद्धालुओं के लिए आत्मिक ऊर्जा का स्रोत है।
उपायुक्त कंचन सिंह ने कहा कि “रामरेखा धाम सिमडेगा का सबसे धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थल है। राज्य सरकार के निर्देशानुसार इस वर्ष मेले को राजकीय महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है, जिसके लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है।”
पुलिस अधीक्षक एम. अर्शी ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। मेला परिसर और आसपास के क्षेत्रों में पर्याप्त पुलिस बल तैनात हैं ताकि किसी श्रद्धालु को कोई असुविधा न हो।








