सिमडेगा में प्रकृतिक लोक आस्था के महापर्व छठ का मंगल समापन, व्रतियों ने उदयमान सूर्य को दिया अर्घ्य
शंभू कुमार सिंह
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!सिमडेगा : प्रकृतिक लोक आस्था के महापर्व छठ का समापन मंगलवार की सुबह हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ हुआ। जिले भर में व्रतियों और श्रद्धालुओं ने उदयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर परिवार, समाज और राष्ट्र की सुख-शांति तथा आर्थिक उन्नति की मंगल कामना की।
सुबह की पहली किरण के साथ शंख नदी, केला घाट, डैम तथा जिले के अन्य जलाशयों में श्रद्धालु हाथ जोड़कर जल में खड़े हुए और सूर्यदेव को अर्घ्यदान किया। छठ घाटों पर भक्ति और उल्लास का अद्भुत संगम देखने को मिला। छठ व्रतियों ने सूर्यनारायण से प्रार्थना की। अर्घदान के दौरान श्रद्धालुओं ने दीपदान भी किया, जो न केवल आस्था बल्कि स्वास्थ्य और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना गया।
छठ पूजा समिति और जिला प्रशासन की ओर से सभी घाटों पर सुरक्षा, स्वच्छता और प्रकाश की उत्तम व्यवस्था की गई, जिसकी व्रतियों व श्रद्धालुओं ने सराहना की। सेवई के विशाल सरोवर घाट पर भी भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
पंडित ऋषिकेश पंडा (गुड्डु बाबा) के नेतृत्व में छठ पूजा का शास्त्रीय विधि-विधान से हवन और पूजन कर व्रत संपन्न कराया गया। इसके बाद व्रतियों एवं श्रद्धालुओं के बीच ठेकुआ, फल और मेवा मिश्रित प्रसाद का वितरण किया गया।
शंख नदी छठ घाट पर राजू फलवाले और अन्य व्यवसायियों द्वारा भी महाप्रसाद वितरण कर सेवा भाव प्रदर्शित किया गया। पूजा समिति के सदस्यों ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बढ़-चढ़कर सेवा कार्यों में भाग लिया। संपूर्ण सिमडेगा जिले में इस अवसर पर भक्ति, शुद्धता और लोक आस्था का अद्भुत वातावरण देखने को मिला।








