घाटशिला उपचुनाव: सैकड़ों आदिवासी भाजपा में शामिल, बोले- केवल भाजपा ही कर सकती है क्षेत्र का विकास
घाटशिला : झारखंड के घाटशिला विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को आदिवासी समाज से जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। पिछले कुछ दिनों से लगातार आदिवासी समुदाय के लोग बड़ी संख्या में भाजपा में शामिल हो रहे हैं। जमीनी स्तर पर रुझान बताते हैं कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का यह पारंपरिक किला दरकने की कगार पर है। 11 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले भाजपा की मुहिम ने जोर पकड़ लिया है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!पिछले कुछ दिनों में पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन के नेतृत्व में कई गांवों के ग्राम प्रधान और ग्रामीण भाजपा में शामिल हो चुके हैं। कल झाटीझरना पंचायत के दर्जनों गांवों के निवासियों ने भाजपा का दामन थामा था। इसी कड़ी में आज घाटशिला विधानसभा के गुड़ाबांधा प्रखंड के विभिन्न गांवों से सैकड़ों आदिवासी पहुंचे। इनमें कई पारंपरिक ग्राम प्रधान और मांझी बाबा भी शामिल थे।
इस मौके पर नए सदस्यों ने बताया कि घाटशिला क्षेत्र में वर्षों से वे विधायक और मंत्री चुनते आ रहे हैं, लेकिन विकास के नाम पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। हर गांव-मोहल्ले में सड़क, पेयजल, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। “हमने काफी इंतजार किया, लेकिन अब समझ चुके हैं कि केवल भाजपा ही घाटशिला का सच्चा विकास कर सकती है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने कहा, “भाजपा घाटशिला में ऐतिहासिक जीत की ओर अग्रसर है। दशकों से ठगी जा रही जनता अब जाग चुकी है।” उन्होंने घाटशिला के फूलपाल, जुगीशोल, बेदिया समेत कई इलाकों में बांग्लादेशी घुसपैठियों द्वारा आदिवासी और मूलवासियों की जमीनों पर कब्जे का जिक्र किया। “समाज का अस्तित्व बचाने के लिए आदिवासियों को एकजुट होना होगा। भाजपा ही यह सुनिश्चित करेगी कि हमारी विरासत सुरक्षित रहे,” सोरेन ने जोर देकर कहा।
चम्पाई सोरेन ने चाईबासा में हाल ही में हुई लाठीचार्ज घटना का जिक्र करते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “सरकार आपकी, आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज आप करवाओ, आंसू गैस फायरिंग आप करवाओ, फर्जी एफआईआर आप दर्ज करवाओ, जेल भेजो… और गलती विपक्ष की? जनता को बेवकूफ बनाना बंद करो।”
भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन (पूर्व सीएम चम्पाई सोरेन के पुत्र) के प्रचार अभियान को आदिवासी समाज का खुला समर्थन मिल रहा है। वीर सिदो-कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू भी अभियान में शामिल हो चुके हैं, जिन्हें युवाओं का भारी समर्थन प्राप्त है। आज संथाल परगना से ‘देश परगना’ सूरजू टुडू भी प्रचार में शामिल हुए।
सूरजू टुडू ने आदिवासी समाज से अपील की, “अपने समाज, अपनी विरासत और अपने अस्तित्व को बचाने के लिए बाबूलाल सोरेन को वोट दो।” उन्होंने चेतावनी दी कि यदि बांग्लादेशी घुसपैठ को नहीं रोका गया, तो पाकुड़ की तरह घाटशिला में भी आदिवासी अल्पसंख्यक हो जाएंगे।







