DUMKA :दीपावली पर दुमका पुलिस को बड़ी सफलता नए नए मॉडल के स्कार्पियो चुराने वाले गिरोह का खुलासा

 

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DUMKA : बिहार के चोर झारखण्ड मे सैकड़ो वाहनो को चोरी कर औने पौने दामों में बिहार में बेचने वाले गिरोह को झारखण्ड की दुमका पुलिस ने धर दबोचा है। बिहार पुलिस के सहयोग से छह चोर सहित सात वाहनों को बरामद किया है.जाहिर है झारखण्ड की उपराजधानी दुमका मे लगातार हो रहे चार पहिया वहानों की चोरी से दुमका पुलिस हकलान थी। जिसके बाद पुलिस टीम के कार्यवाही में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने करीब सात चारपहिया वाहनों के साथ छह वाहन चोर को धर दबोचा है। सभी बिहार और झारखण्ड के रहने वाले बताये जा रहे है।

जिले के एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार के मुताबिक दुमका जिले से हाल के दिनों में स्कॉर्पियो चोरी के मामले मे एक टीम का गठन किया गया था जिसमे दो डीएसपी के नेतृत्व मे तीन थाना के पुलिस थी। टीम ने बिहार के आरा मे छपामारी कर ऐसे अपराध को अंजाम देनेवाले गिरोह को दबोच लिया है । जानकारी के मुताबिक चोरी गये कुल सात स्कॉर्पियो को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है उसे दुमका लाया गया है. जबकि कुछ और वाहन बिहार मे ही है . सात वाहनों को लाया गया हैं. .एसपी के मुताबिक . यह गिरोह बेहद शातिर गिरोह है, जो ऐसे नये तकनीक वाले वाहनों के लॉक को आसानी से खोलकर चुरा ले जाता है. बताया जा रहा है कि चोरी गये गये वाहन काट कर कबाड़ी में बेच देते दिया जाता है .

तकनीकी अनुसंधान की बदौलत टीम इस गिरोह का उद्भेदन करने मे सफल हुई है.बताया जा रहा है कि यह गिरोह खासकर स्कॉर्पियो के नये वर्जन के वाहनों को ही टारगेट करके बेहद आसानी से चोरी करता था.
पुलिस द्वारा बरामद वाहन मे पांच स्कर्पिओ, एक स्विफ्ट डिजायर, एक टोयटा अपने साथ ले आयी है. जबकि अब भी चार वाहन बिहार पुलिस के पास है । पकड़े गये चोर मे तीन बिहार के जबकि तीन झारखण्ड के है जिसमें दो दुमका और एक गिरिडीह के बताये जाते है । जिनके नाम सुबोध कुमार गिरिडीह से कमल पाल मुखराली दुमका से मो रब्बान समस्तीपुर बिहार से नविन कुमार सिंह दुमका से कमलेश सिंह यादव बक्सर बिहार से और सोनू कुमार सिंह सारण बिहार के रहने वाले है । एसपी के अनुसार इनका गिरोह शातिर और संगठित है जिनका काम बटा होता है। ये अलग अलग इलाकों मे काम करते है । झारखण्ड से चार पहिया वाहन चोरी कर बिहार ले जाते थे।फिर चोरी किये गये गाड़ी को ऐसीडेंटल वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर का इस्तेमाल कर उसे बेच देते थे या फिर गाड़ी को काटकर कबाड़ी में बेच देते थे । पुलिस ने इनके पास से गाड़ी स्टार्ट करने के लिये सफ्टवेयर लॉजटेब, चभियों का गुच्छा, फर्जी नंबर प्लेट, तार काटने का लोहे का कटरऔर ड्रील मशीन,चार बैटरी और चोरी का चार मोबाइल फोन बरामद किया है.

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