सोमेश सोरेन और BJP के बाबूलाल सोरेन

झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में स्थित घाटशिला विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां चरम पर पहुंच गई हैं। स्वर्गीय विधायक और पूर्व मंत्री रामदास सोरेन के निधन के कारण रिक्त हुई इस आरक्षित (एसटी) सीट पर 11 नवंबर को मतदान होगा, जबकि 14 नवंबर को मतगणना की जाएगी। नामांकन की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर है, और आज शुक्रवार को दोनों प्रमुख दलों के उम्मीदवार अपना पर्चा दाखिल करने वाले हैं।

झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने दिवंगत रामदास सोरेन के पुत्र सोमेश सोरेन को टिकट दिया है, जो पहली बार चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। सोमेश ने 13 अक्टूबर को ही घाटशिला अनुमंडल कार्यालय से नामांकन पत्र खरीद लिया था। आज दोपहर लगभग 12:15 बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हेलीकॉप्टर से दाहीगोड़ा सर्कस मैदान पहुंचेंगे, जहां JMM की भव्य नामांकन सभा आयोजित होगी। सभा के बाद सोमेश सोरेन अनुमंडल कार्यालय जाकर नामांकन दाखिल करेंगे। इस अवसर पर पार्टी के वरिष्ठ नेता, विधायक सबिता महतो, पूर्व सांसद सुमन महतो सहित बड़ी संख्या में समर्थक मौजूद रहेंगे। सोमेश ने टिकट मिलने पर कहा, “यह चुनाव मैं नहीं, घाटशिला की जनता लड़ रही है। मैं अपने पिता के अधूरे कार्यों को पूरा करूंगा और क्षेत्र के युवाओं, किसानों व आम जनता की समस्याओं का समाधान करूंगा।”

वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन को प्रत्याशी बनाया है। वे भी आज ही घाटशिला अनुमंडल कार्यालय पहुंचकर नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, सांसद आदित्य साहू, मुख्य सचेतक नवीन जायसवाल सहित प्रदेश पदाधिकारी, विधायक व जिला स्तर के नेता उपस्थित रहेंगे। BJP ने अपनी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में बाबूलाल सोरेन के नाम पर मुहर लगाई है, जो इस सीट पर कांटे की टक्कर की उम्मीद कर रही है।

चुनावी जानकारों का मानना है कि JMM को पिता रामदास सोरेन की विरासत और सहानुभूति वोट से फायदा मिलेगा, जबकि BJP जनजातीय वोट बैंक और संगठन की ताकत पर भरोसा कर रही है। नामांकन से पहले दोनों पक्षों ने अपनी रणनीति तेज कर दी है, और घाटशिला में सभाओं व प्रचार अभियानों का दौर चल रहा है। स्क्रूटनी 22 अक्टूबर को होगी, जबकि नाम वापसी की अंतिम तिथि 24 अक्टूबर है।






