सात महीनों में झारखंड के चार ऐसे मामले जो देशभर में बनी सुर्खिंया
Ranchi : पिछले सात महीनों में झारखंड के चार ऐसे मामले हुए है जो देशभर में सुर्खिंया बनी है. जिनमें बीते चार जनवरी को रांची के किशोरगंज चौक पर हुए सीएम काफिले पर हमला. तीन मई को हुए साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की मौत. 22 जुलाई को हेमंत सरकार के खिलाफ साजिश का मामला और 28 जुलाई को हुए धनबाद के जज उत्तम आनंद की संदेहास्पद मौत मामले शामिल है. इन सभी मामले की जांच जारी है.
सीएम हेमंत सोरेन के काफिला पर हमला
बीते 3 जनवरी को ओरमांझी में युवती के साथ दुष्कर्म के बाद सिर कटा शव बरामद हुआ था. इस घटना से आक्रोश लोगों ने 4 जनवरी को सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के हरमू रोड स्थित किशोरगंज चौक पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले को रोकने की कोशिश की थी. उस दौरान काफिले के आगे चलने वाली पायलट गाड़ी को रोककर क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. इसके साथ ही रास्ता क्लियर कराने की कोशिश कर रहे ट्रैफिक सिपाही और पुलिसकर्मियों के साथ उनकी झड़प भी हुई. इस दौरान कई निजी वाहन क्षतिग्रस्त हुए थे. इस मामले में रांची पुलिस ने 76 लोगों को नामजद आरोपी बनाया था.
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दारोगा रूपा तिर्की मौत मामला
साहिबगंज की पूर्व महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की का शव बीते तीन मई को उनके सरकारी आवास में फंदे से झूलता पाया गया था. साहिबगंज पुलिस ने 2018 बैच के दारोगा शिव कनौजिया को बीते 9 मई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इस मामले की जांच सीबीआई से कराने को लेकर राज्य के अलग-अलग हिस्से में विरोध प्रदर्शन हुआ. विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने बीते आठ जून को न्यायिक जांच के आदेश दे दिये थे. झारखंड हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश को जांच की जिम्मेवारी दी गई है.
झारखंड हाईकोर्ट ने बीते 29 जुलाई को रूपा तिर्की की मौत से जुड़े सभी मूल दस्तावेज सीलबंद कर हाईकोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया था. रूपा तिर्की की मौत की सीबीआई जांच के लिए दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस एसके द्विवेदी की अदालत ने राज्य के डीजीपी एवं साहिबगंज के एसपी को यह निर्देश दिया था. अदालत ने प्रार्थी को याचिका की एक कॉपी सीबीआई को भी देने का निर्देश दिया था.
धनबाद के जिला एवं सत्र जज 8 उत्तम आनंद संदेहास्पद मौत मामला
धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश 8 उत्तम आनंद की संदेहास्पद निधन हो गया है. रोज की तरह वे 28 जुलाई की सुबह मॉर्निंग वॉक करने अपने आवास से गल्फ ग्रांउड जा रहे थे. इसी दौरान रणधीर वर्मा चौक के आगे जज कॉलोनी मोड पर एक ऑटो ने उन्हें जोरदार टक्कर मारी दी. जिसके बाद तुरंत उन्हें SNMCH ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस मामले में धनबाद पुलिस दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
उत्तम आनंद की मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 30 जुलाई को स्वत: संज्ञान लिया है. भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना की अध्यक्षता वाली पीठ ने मुख्य सचिव और झारखंड के DGP को इस मामले में एक सप्ताह में जांच की स्टेटस रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है. इसके अलावा पीठ ने यह भी स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट झारखंड हाईकोर्ट के समक्ष कार्यवाही में हस्तक्षेप नहीं कर रहा है. जज उत्तम आनंद के मामले में स्वत: संज्ञान को इन री सेफगार्डिंग कोर्ट्स एंड प्रोटेक्टिंग जज (अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश की मृत्यु, धनबाद) नाम दिया गया है.
हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ साजिश का मामला
राज्य में हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ साजिश के मामले को लेकर बीते 22 जुलाई की रात पुलिस ने होटल ली-लैक में छापेमारी करके तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. तीनों पर आरोप है कि वह झारखंड की झामुमो-कांग्रेस-राजद सरकार के खिलाफ साजिश कर रहे थे. झारखंड के तीन स्थानीय विधायक के अलावा इस खेल में महाराष्ट्र BJP के दो विधायक और मोहित भारतीय व जय कुमार बेलखेड़े शामिल थे. मोहित भारतीय भी होटल ली-लैक में रूके हुए थे. मोहित भारतीय के बारे में जानकारी मिली है कि वह मुंबई भाजपा के पूर्व सचिव रहे हैं.
2012 से 2019 तक वह IGBA के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे. वर्ष 2013 से 2014 तक वह मुंबई भाजपा के वाईस प्रेसिडेंट के पद पर थे. इस मामले में महाराष्ट्र भाजपा के जिन दो विधायकों के नाम सामने आ रहे हैं, उनके नाम चंद्रशेखर राव बावनकुले और चरण सिंह हैं. जय कुमार बेलखेड़े के बारे में बताया जाता है कि वह पहले NSG में असिस्टेंड कमांडेंट थे. इस मामले आगे की जांच जारी है.