20251211 115651

झारखंड भूमि घोटाला : एसीबी की दिल्ली में छापेमारी, स्निग्धा सिंह फरार, बेटा सनत सिंह हिरासत में

झारखंड भूमि घोटाला : एसीबी की दिल्ली में छापेमारी, स्निग्धा सिंह फरार, बेटा सनत सिंह हिरासत में

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

डेस्क | 11 दिसंबर झारखंड के बहुचर्चित हजारीबाग वन भूमि घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बुधवार तड़के दिल्ली में बड़ी कार्रवाई की। ACB की विशेष टीम ने वसंत विहार स्थित सरकारी आवास (C-24) पर छापा मारा, जहां मुख्य आरोपी विनय कुमार सिंह की पत्नी स्निग्धा सिंह के होने की खुफिया सूचना थी।हालांकि टीम के पहुंचने से पहले ही स्निग्धा सिंह वहां से फरार हो गईं। छापेमारी के दौरान उनके पुत्र सनत सिंह को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया और रांची लाया जा रहा है।बेनामी संपत्ति के दस्तावेज बरामद, डिजिटल डिवाइस जब्ततलाशी के दौरान ACB को C-24 वसंत विहार की उस संपत्ति से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले, जिसे बेनामी निवेश और अवैध धन से खरीदा गया बताया जा रहा है। टीम ने कई मोबाइल फोन, लैपटॉप, पेन ड्राइव और अन्य डिजिटल स्टोरेज डिवाइस भी जब्त किए हैं।प्रारंभिक पूछताछ में सनत सिंह ने अपने पिता विनय सिंह, निलंबित IAS विनय प्रताप सिंह चौबे और मां स्निग्धा सिंह की देश-विदेश में फैली चल-अचल संपत्तियों की कई अहम जानकारियां दी हैं।

डिजिटल लोकेशन ट्रैकिंग से चली कार्रवाई

ACB की तकनीकी शाखा पिछले कई दिनों से स्निग्धा सिंह की डिजिटल लोकेशन पर नजर रखे हुए थी। जैसे ही उनकी लोकेशन दिल्ली के वसंत विहार में कन्फर्म हुई, विशेष टीम को रातों-रात रांची से दिल्ली रवाना किया गया।

शराब घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग से भी जुड़ सकते हैं तार

ACB अधिकारियों का मानना है कि जब्त डिजिटल सामग्री की फॉरेंसिक जांच से न सिर्फ भूमि घोटाले बल्कि झारखंड शराब घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग केस में अवैध धन के प्रवाह की अहम कड़ियां मिल सकती हैं।

स्निग्धा सिंह की तलाश तेज

स्निग्धा सिंह को ACB ने अब तक तीन समन भेजे थे, लेकिन वे पेश नहीं हुईं। झारखंड हाईकोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। उनकी गिरफ्तारी के लिए दिल्ली, रांची, गिरिडीह और बिहार के विभिन्न ठिकानों पर एक साथ दबिश जारी है।

अब तक की गिरफ्तारियां

विनय कुमार सिंह (मुख्य आरोपी)
निलंबित IAS विनय चौबे
6 अन्य कारोबारी और दलाल

कुल 70 से अधिक लोग इस मामले में नामजद हैं, जिनमें हजारीबाग सदर के भाजपा विधायक भी डीड के गवाह के रूप में शामिल हैं।ACB ने जब्त सामग्री की फॉरेंसिक जांच शुरू कर दी है। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

Share via
Send this to a friend