बीडीओ अजय कुमार प्रिंस के चार ठिकानो पर आर्थिक अपराध इकाई और निगरानी का छापा (NIGRANI RAID)
बिहार के सुशासन की सरकार में भ्रष्ट अधिकारियों पर लगाम लगाने लगाने के लिए आर्थिक अपराध इकाई और निगरानी (NIGRANI RAID) निरंतर कारवाई करती है पर भ्रष्टाचार है की सरकार के नस में घुस चुकी है. गुरुवार को ही आर्थिक अपराध इकाई ने पूर्णिया के डगरुआ के बी डी ओ अजय कुमार प्रिंस के चार ठिकानों पर कारवाई कर आय से 229 प्रतिशत अधिक संपत्ति इकठ्ठा करने के खिलाफ छापेमारी कर रही है
हेमंत सोरेन माइंस लीज (Hemant Soren Mines Lease) और शैल कंपनी के मामले में सुनवाई 24 मई को
दरअसल, आर्थिक अपराध इकाई को सूचना मिली थी की पुरनिया के डगरुआ के बीडीओ अजय कुमार प्रिंस ने अपने पद का दुरुपयोग कर अकूत संपत्ति हासिल की है. इस सूचना के सत्यापन के बाद यह सही पाया गया लिहाजा अजय कुमार प्रिंस के खिलाफ आर्थिक अपराध थाना काण्ड संख्या 21/2022] दिनांक 17 मई 22 अंतर्गत धारा 13 (2) सह पठित धारा 13 (1) (इ) भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम 1988 यथा संशोधित 2018 दर्ज कर अनुसंधान शुरू की गयी. माननीय कोर्ट द्वारा बीडीओ के यहाँ तलाशी का वारंट पराप्त कर आज गुरुवार 19 मई को आर्थिक अपराध के पुलिस उपाधीक्षकों और निरीक्षकों की टीम ने पटना के दानापुर स्थित डिफेन्स कालोनी, पश्चिम बंगाल के दालकोला स्थित मकान, वैशाली के वाजित के कस्तूरी के पैतृक मकान के साथ ही प्रखंड कार्यालय डगरुआ में छापेमारी कर रही है.बहरहाल, यह है बिहार में भ्रष्टाचार का उदाहरण जहाँ आर्थिक अपराध की टीम भ्रष्ट अधिकारियों के यहाँ से अकूत सम्पति जब्त कर रही है
हाई कोर्ट विधानसभा निर्माण के न्यायिक जांच ( judicial investigation )के आदेश।
चर्चा है की बिहार में भ्रष्टाचार से सरकार कोई समझौता नहीं करती लेकिन यह सबको पता है की बिहार में हर जगह भ्रस्ताचार का बोलबाला है। निचे से लेकर ऊपर तक भ्रष्ट अधिकारी भरे पड़े हैं और बिना घूस दिए कोई काम नहीं होता. आप घूस नहीं दे सकते हैं तो आप दौड़ते रह जाइए आपका काम नहीं होगा