Political Crisis Jharkhand: भारी बारिश के बीच आज झारखण्ड सरकार में शमिल घटक दलों की में सुखाड़ पर चर्चा
Political Crisis Jharkhand
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!भारी बारिश के बीच आज झारखण्ड सरकार में शमिल घटक दलों की में सुखाड़ पर चर्चा हुई , हलाकि अंदरखाने से खबर है की चर्चा का विषय सुखाड़ नहीं था बल्कि आने वाले समय में जो झारखण्ड की पोलिटिकल सिनेरियो को लेकर था। माना ये जा रहा है की चुनाव आयोग में हेमंत सोरेन के ऑफिस ऑफ़ प्रॉफिट मामले को लेकर डिसीजन रिजर्व है अगर डिसीजन सरकार के हक़ में नहीं आता तो झारखण्ड में सियासी भूचाल आ सकता है और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गद्दी छोड़नी भी पड़ सकती है या फिर कोई और विकल्प तलाशना पड़ सकता है।
यही वजह है की झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े खनन लीज मामले की चुनाव आयोग में सुनवाई पूरी होने के बाद राज्य में सियासी हलचल बढ़ी हुई है। इस सरगर्मी के बीच आज मुख्यमंत्री आवास में एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई गयी । सीएम की अध्यक्षता में होने वाली ये मीटिंग वैसे तो राज्य में हुई काम बारिश की वजह से पैदा हो रहे सुखाड़ की जैसी स्थिति को लेकर बुलाई गई है लेकिन बैठक का ‘हिडेन एजेंडा’ राज्य की पॉलिटिकल क्राइसिस’ है।
‘हिडेन एजेंडा’ के तहत यूपीए के
विधायक दल बैठक में सीएम सोरेन की विधायकी को लेकर इलेक्शन कमीशन के आने वाले निर्णय पर चर्चा हुई । बैठक में झामुमो, कांग्रेस और राजद के इकलौते विधायक को मौजूद रहने का निर्देश दिया गयाथा। कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि अगर चुनाव आयोग का फैसला सीएम सोरेन के पक्ष में नहीं आता है तो क्या विकल्प हो सकते हैं।




