कोल्ड्रिफ कफ सीरप कंपनी के मालिक रंगनाथन गिरफ्तार: एमपी पुलिस की चेन्नई में बड़ी कार्रवाई, 20 बच्चों की मौत का मामला

मध्य प्रदेश में जहरीले कोल्ड्रिफ कफ सीरप से मासूम बच्चों की मौतों के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स (Sresan Pharmaceuticals) के मालिक जी. रंगनाथन को चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया गया है। विशेष जांच दल (SIT) ने तीन दिनों की सघन तलाश के बाद उन्हें हिरासत में लिया। गिरफ्तारी के बाद रंगनाथन से गहन पूछताछ की जा रही है, जिसमें सिरप में मिलावट और वितरण की पूरी साजिश उजागर होने की उम्मीद है।

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, पांढुर्णा और बैतूल जिलों में कोल्ड्रिफ कफ सीरप के सेवन से अब तक 20 बच्चों की मौत हो चुकी है। यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा, क्योंकि बीते 24 घंटों में ही तीन और मासूमों ने दम तोड़ा। पांच बच्चे अभी भी नागपुर के अस्पतालों में जीवन और मौत की जंग लड़ रहे हैं। जांच में पुष्टि हुई कि सिरप में घातक मिलावट थी, जो किडनी फेलियर का कारण बनी।

कंपनी चेन्नई स्थित है और पुडुचेरी, मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्यों में यह सिरप सप्लाई करती रही। 5 अक्टूबर को SIT का गठन होने के तीन दिन पहले ही रंगनाथन फरार हो गए थे। पुलिस ने उनके सिर पर 20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। SIT टीम, जबलपुर की एडिशनल एसपी अंजना तिवारी के नेतृत्व में, तमिलनाडु पहुंची और कंपनी के रजिस्टर्ड ऑफिस व फैक्ट्री पर छापेमारी की। सीसीटीवी फुटेज और दस्तावेजों की जांच से रंगनाथन का सुराग मिला।

मंगलवार शाम को चेन्नई में एमपी पुलिस ने रंगनाथन को दबोच लिया। सूत्रों के अनुसार, वह कांचीपुरम क्षेत्र में छिपा हुआ था। गिरफ्तारी के बाद उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा, जहां से ट्रांजिट रिमांड लेकर छिंदवाड़ा लाया जाएगा। कंपनी के अन्य डायरेक्टर्स, जैसे गोविंदराजन रंगनाथन और रानी, भी जांच के दायरे में हैं। 1990 में स्थापित यह प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कागजों पर बंद हो चुकी थी, लेकिन अवैध रूप से संचालित हो रही थी।

मध्य प्रदेश सरकार ने कंपनी के सभी प्रोडक्ट्स पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने इसे ‘मानवता के खिलाफ अपराध’ करार देते हुए सख्ती का ऐलान किया। छिंदवाड़ा एसपी अजय पांडे ने बताया, “गिरफ्तारी से मामले में नया मोड़ आएगा। मिलावट की पूरी चेन उजागर होगी।” स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों में विशेष चिकित्सा शिविर लगाए हैं।

SIT अब कंपनी के वितरकों, सप्लायर्स और लैब टेस्ट रिपोर्ट्स पर फोकस कर रही है। रंगनाथन से पूछताछ में यह पता लगेगा कि मिलावट जानबूझकर की गई या लापरवाही से। पुलिस ने हत्या समेत अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है।





