श्री चैतन्य शिक्षा समावेश के तहत श्रीमद भागवत गीता उपदेश का आयोजन किया गया.
Team Drishti.
रांची : झारखंड प्रदेश प्रोफेशनल कांग्रेस कमिटी ने इस्काॅन रांची सेंटर के साथ मिलकर आज डिस्टिलरी कम्पाउंड, एचबी रोड़, कोकर रांची में श्री चैतन्य शिक्षा समावेश के तहत श्रीमद भागवत गीता उपदेश का आयोजन किया गया। यह भागवत गीता उपदेश का आयोजन झारखंड प्रोफेशनल कांग्रेस के प्रदेश् अध्यक्ष आदित्य विक्रम जयसवाल के सौजन्य से पुराने वर्ष 2020 में कोरोना महामारी जैसे गंभीर संकट से मानव जाति को बचाए रखने एवं नये आने वाले वर्ष 2021 की बेहतरी एवं खुशहाली, स्वास्थ्य की कामना के उद्देश्य से किया गया। इस अवसर पर झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे ,लाल किशोर नाथ शाहदेव, विनय सिन्हा दीपू, उपस्थित हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्रोच्चरण कर एवं इस्कोन के प्रवचन कर्ताओं, अतिथियों को भागवत गीता, पुष्पगुच्छ शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इसके उपरांत हरि कीर्तन हरे रामा हरे रामा रामा रामा हरे हरे.. हरे कृष्णा हरे कष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे ….श्रद्धा भाव से आयोजन हुआ, जिसमें सभी अतिथियों एवं उपस्थित लोग भी शरीक होकर भगवान के भक्ति में लीन हुए।
श्रीमद्भागवत गीता उपदेश कार्यक्रम में रांची के प्रथम मेयर एवं पुराने वयोवृद्ध कांग्रेसी शिवनारायण जयसवाल को भागवत गीता बुक, शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इस धार्मिक आयोजन में प्रो. डाॅ. लीला पुरूषोत्तम दास (प्रो आईआईटी, कानपुर) मधुसुदन मकुन्द दास (एमबीए, आईआईटी, कानपुर) डाॅ पदमा चरण बेहेरा (पीएचडी बीआईटी, मेसरा) पीआरओ इस्काॅन, रांची, सर्वोत्तम श्याम दास (एम टेक, आईआईटी, कानपुर), तारक चैतन्या दास (पीएचडी आईआईटी कानपुर), असिस्टेंट प्रोफेसर आईआईटी आईएसएम, धनबाद, लव कुश पटीदार (बी टेक, आईआईटी राउलकेला), असिस्टेंट मैनेजर सीएमपीडीआई, रांची, ज्ञान वर्द्धन लाल (बीटेक, आईआईटी कानपुर), असिस्टेंट मैनेजर सीसीएल, रांची, सर्वज्ञा गौरंगा दास (एमटेक, आईआईटी, कानपुर), तरूण कुमार (बीटेक आईआईटी पटना) डाॅ केके सिंह (डीन एनआईएफएफटी रांची), सुभम वर्मा, इस्काॅन, रांची।
इस अवसर पर मधुसुदन मकुन्द दास (एमबीए, आईआईटी, कानपुर) भागवत गीता का संक्षिप्त सार को बताते हुए श्रोताओं को कहा कि “यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत:। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्॥” श्लोक का अर्थ है: जब-जब धर्म ग्लानि यानी उसका लोप होता है और अधर्म में वृद्धि होती है, तब-तब (श्रीकृष्ण) धर्म के अभ्युत्थान के लिए अवतार लेते हैं। मनुष्य इस धरती पर आकर अपने सभी कर्म और दायित्वों को भूल जाते हैं, वे रास्ते भटक जाते हैं ऐसे में उनका कल्याण कभी भी नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के मार्ग से ही मानव का कल्याण हो पायेगा। राधे-राधे जीवन के सब बाधो को दूर करते हैं। उनकी भक्ति में लीन होने की जरूरत है।
भगवान श्रीकृष्ण का कुरुक्षेत्र में कहा गया हर वाक्य अकाट्य सत्य है। वे स्वयं ईश्वर है, उन्होंने मानव मुक्ति के मार्ग को श्रीमद भागवत गीता में उल्लेखित किया है। सफलता और विफलता के कारणों को बहुत ही सहज भावों से समझाया है। यदि उनके कहे वाक्यों का अनुसरण किया जाए तो कोई भी व्यक्ति असफल नहीं होगा और धन धान्य से परिपूर्ण रहेगा
श्रीमद्भागवत गीता न केवल धर्म का उपदेश देती है, बल्कि जीवन जीने की कला भी सिखाती है। महाभारत के युद्ध के पहले अर्जुन और श्रीकृष्ण के संवाद लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। गीता के उपदेशों पर चलकर न केवल हम स्वयं का, बल्कि समाज का कल्याण भी कर सकते है। महाभारत के युद्ध में जब पांडवों और कौरवों की सेना आमने – सामने होती है तो अर्जुन अपने बंधुओं को देखकर विचलित हो जाते हैं । तब उनके सारथी बने श्रीकृष्ण उन्हें उपदेश देते हैं। ऐसे ही वर्तमान जीवन में उत्पन्न कठिनाईयों से लड़ने के लिए मनुष्य को गीता में बताए जान की तरह आचरण करना चाहिए । इससे वह उन्नति की ओर अग्रसर होगा।
इस मौके पर झारखंड प्रदेश प्रोफेशनल कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष आदित्य विक्रम जायसवाल ने कहा कि हर मनुष्य को अपने जीवन में भगवान की भक्ति में लीन होना चाहिए, तभी उनका कल्याण हो पाएगा। मनुष्य को अपनी जिम्मेवारी और कर्म को नहीं भूलना चाहिए। जीवन में एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। जब भी जीवन में समस्या आए तब भगवान् कृष्ण की भक्ति में लीन हो जाने की जरूरत है।भाग्य पर जोर नहीं कर्म पर जोर दें यह उपदेश भगवान श्री कृष्ण का था, शिष्यों ने के मार्गदर्शन पर चलकर अपने जीवन को चरितार्थ किया।
कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि प्रोफेशनल कांग्रेस के द्वारा इस तरह के धार्मिक आयोजन बहुत ही सराहनीय एवं मानव जाति के लिए लाभकारी है। उन्होंने कहा कि हम उस पीढ़ी के लोग है जिसे बहुत कुछ देखा है, कोरोना संकट के एतिहासिक घटना क्रम का गवाह बने हैं। कैसे मानव जाति इस संकट से उभरे हैं ?
कार्यक्रम का संचालन डॉ कुमार आदित्येन्द्र नाथ शाहदेव ने की तथा धन्यवाद ज्ञापन भुवनेश ठाकुर ने किया। श्रीमद् भागवत गीता उपदेश कार्यक्रम में मुंजी सिंह, रांची चैप्टर अध्यक्ष भुवनेश ठाकुर, जमशेदपुर जिला अध्यक्ष अशफर इमाम चिंटू,रांची चैप्टर सेक्रेटरी कोमल कृति,प्रोफेशनल कांग्रेस स्टेट सेक्रेटरी रूद्र शुक्ला,पायल जैन,श्रेयल जैन ,श्रवन जैन, अभिनय बक्सी, डॉ सुयश सिन्हा, हिना कौशर खान, आशिफ जियाउल, सरवर पॉल, निशा मिश्रा, राहुल राय, स्वेता अडोकिया,मनीषा मिद्धा,प्रिंस राज,अनिल सिंह, सोनी नायक, राजीव चौरसिया,गौरव आनंद, पुनीत कुमार,आयुष अग्रवाल,इरफान अली, लव पाठक, श्रीकांत, सौरव लुक्कड़, प्रेम कुमार, सूरज कुमार, जावेद जमाल, शाहनवाज, बाबला खान सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित हुए।