स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती गिरफ्तार: दिल्ली के मैनेजमेंट संस्थान में छात्राओं के यौन शोषण का सनसनीखेज मामला

दिल्ली पुलिस को शनिवार देर रात एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट-रिसर्च के पूर्व निदेशक और स्वघोषित संत स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी को उत्तर प्रदेश के आगरा से गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर संस्थान की कम से कम 17 छात्राओं के साथ यौन शोषण, छेड़छाड़ और धमकी देने के गंभीर आरोप हैं। यह मामला तब सुर्खियों में आया जब आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं ने हिम्मत जुटाकर अपनी आवाज बुलंद की।

4 अगस्त 2025 को वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन में श्रीशृंगेरी मठ के प्रशासक पीए मुरली की शिकायत पर चैतन्यानंद के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 75(2) (बलात्कार), 79 (प्राकृतिक यौन संबंधों का अप्राकृतिक अपराध) और 351(2) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया था। एफआईआर के बाद से वे फरार थे और लगातार ठिकाने बदल रहे थे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, लोकेशन ट्रैकिंग और मुखबिरों की मदद से उनकी तलाश की।

शनिवार तड़के करीब 3:30 बजे दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने आगरा के एक होटल में छिपे चैतन्यानंद को धर दबोचा। वे फोन का कम इस्तेमाल कर रहे थे ताकि ट्रेस न हो सकें। गिरफ्तारी के बाद उन्हें दिल्ली लाया गया और पूछताछ शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि जांच में और खुलासे हो सकते हैं, क्योंकि चैतन्यानंद पर 2009 में भी धोखाधड़ी और छेड़छाड़ के पुराने मामले दर्ज हैं।

स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती ओडिशा मूल के हैं और खुद को संत बताते हैं, लगभग 12 वर्षों से दिल्ली के इस प्रतिष्ठित मैनेजमेंट संस्थान से जुड़े हुए थे। गेरुआ वस्त्र, माथे पर त्रिपुंड, गले में रुद्राक्ष की माला और सफेद चश्मे के साथ संतों जैसी छवि बनाने वाले चैतन्यानंद पर छात्राओं ने कई महीनों से यौन शोषण के आरोप लगाए थे। मामला मार्च 2025 में तब प्रकाश में आया जब एक EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) की छात्रा ने पहली शिकायत दर्ज कराई। छात्रा ने आरोप लगाया कि चैतन्यानंद ने 60,000 रुपये के दान का लालच देकर उसे अपने जाल में फंसाने की कोशिश की।

पुलिस जांच में सामने आया कि चैतन्यानंद छात्रवृत्ति योजना का दुरुपयोग करते हुए आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को निशाना बनाते थे। वे रात के समय छात्राओं को अपने बेडरूम में बुलाते, शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालते और मना करने पर परीक्षा में फेल करने या गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते। वॉट्सएप चैट से खुलासा हुआ कि वे छात्राओं को “बेबी”, “आई लव यू” जैसे अश्लील मैसेज भेजते, उनके बालों-कपड़ों की तारीफ करते और विदेश यात्रा का लालच देते। एक छात्रा ने बताया, “वे कहते थे कि मेरी बात मानो वरना सब कुछ खत्म हो जाएगा।”

इस मामले ने पूरे देश में सनसनी फैला दी है। छात्राओं ने अपनी पहचान गुप्त रखते हुए कहा कि वे लंबे समय से चुप थीं, लेकिन अब न्याय चाहती हैं। मामले की जांच जारी है, और चैतन्यानंद को जल्द कोर्ट में पेश किया जाएगा। दोष सिद्ध होने पर उन्हें कड़ी सजा हो सकती है।






