The NDA government under the leadership of Prime Minister Narendra Modi completed one year of its third term.

क्या BJP में राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में किसी महिला की होगी ताजपोशी? यदि ऐसा होता है तो  जानिए कौन कौन हो सकती हैं प्रमुख दावेदार…..

क्या BJP में राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में किसी महिला की होगी ताजपोशी? यदि ऐसा होता हैं तो  जानिए कौन कौन हो सकती है प्रमुख दावेदार…..

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

क्या RSS के समर्थन और महिला सशक्तिकरण की रणनीति के साथ BJP ऐतिहासिक बदलाव की ओर बढ़ रही है ?

नवीन कुमार

भारतीय जनता पार्टी (BJP) में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए बड़े बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी अपने 45 साल के इतिहास में पहली बार एक महिला को राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। यह निर्णय न केवल पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में ऐतिहासिक होगा, बल्कि 2025 के बिहार और अन्य महत्वपूर्ण राज्यों के विधानसभा चुनावों से पहले महिला मतदाताओं को आकर्षित करने की रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने भी इस कदम का समर्थन किया है, जिससे इसकी संभावना और मजबूत हो गई है
प्रबल दावेदार–तीन शक्तिशाली महिला चेहरे
BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दौड़ में तीन प्रमुख महिला नेताओं के नाम सबसे आगे हैं:

1.निर्मला सीतारमण–
केंद्रीय वित्त मंत्री और रक्षा मंत्रालय का अनुभव रखने वाली निर्मला सीतारमण BJP और मोदी सरकार में एक जाना-माना चेहरा हैं। तमिलनाडु से ताल्लुक रखने वाली सीतारमण को उनकी प्रशासनिक क्षमता, संगठनात्मक अनुभव, और दक्षिण भारत में BJP की पैठ बढ़ाने की संभावना के कारण प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
हाल की गतिविधि– हाल ही में उन्होंने BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और महासचिव बी.एल. संतोष के साथ पार्टी मुख्यालय में उच्च-स्तरीय बैठक की, जिसने उनकी दावेदारी को और बल दिया।
मजबूत पक्ष–उनकी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान, दक्षिण भारत से होने के कारण क्षेत्रीय संतुलन, और 33% महिला आरक्षण विधेयक के प्रति BJP की प्रतिबद्धता को रेखांकित करने की क्षमता।

2.डी. पुरंदेश्वरी
आंध्र प्रदेश BJP की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और तेलुगु देसम पार्टी के संस्थापक एन.टी. रामा राव की बेटी/ 2014 में कांग्रेस छोड़कर BJP में शामिल हुईं और तब से पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
राजनीतिक अनुभव– 2009 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री रह चुकी हैं। हाल ही में उन्हें “ऑपरेशन सिंदूर” प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनाया गया, जो ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी जैसे देशों में गया था। उनकी बहुभाषी क्षमता और क्षेत्रीय प्रभाव इस दौड़ में उनकी स्थिति को मजबूत करता है।
मजबूत पक्ष–दक्षिण भारत में BJP के लिए एक मजबूत चेहरा, जो आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में पार्टी की स्थिति को और मजबूत कर सकती हैं।

3. वनाथी श्रीनिवासन—
BJP महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और कोयंबटूर दक्षिण से तमिलनाडु की विधायक 1993 से BJP के साथ जुड़ी हुई हैं और 2021 में कमल हासन को हराकर कोयंबटूर दक्षिण सीट जीती थी।
उपलब्धियां–2020 में BJP महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनीं और 2022 में BJP की केंद्रीय चुनाव समिति की पहली तमिल महिला सदस्य बनीं।
मजबूत पक्ष–: संगठन में उनकी लंबी सेवा, महिला मोर्चा में सक्रियता, और तमिलनाडु में BJP की उपस्थिति को मजबूत करने की क्षमता।

महिला अध्यक्ष नियुक्त करने के आधार–
BJP के इस ऐतिहासिक कदम के पीछे कई रणनीतिक और प्रतीकात्मक कारण हैं:

1.महिला मतदाताओं की बढ़ती भूमिका
हाल के चुनावों में, विशेष रूप से महाराष्ट्र, हरियाणा, और दिल्ली में, महिला मतदाताओं ने BJP की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 2019 के लोकसभा चुनाव में महिला मतदाता पुरुषों से थोड़े अधिक (67.18% बनाम 67.01%) थे। एक महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति से BJP बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में महिला मतदाताओं को और आकर्षित कर सकती है।

2. महिला आरक्षण विधेयक-
2023 में पारित 33% महिला आरक्षण विधेयक, जो 2026 के परिसीमन के बाद लागू होगा, महिलाओं को लोकसभा और विधानसभाओं में अधिक प्रतिनिधित्व देगा। एक महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति इस विधेयक के प्रति BJP की प्रतिबद्धता को रेखांकित करेगी और पार्टी की “नारी शक्ति” की छवि को मजबूत करेगी।

3.दक्षिण भारत में विस्तार-
BJP दक्षिण भारत में अपनी पैठ बढ़ाने की कोशिश कर रही है, जहां विपक्षी दल इसे “उत्तर भारत की पार्टी” के रूप में चित्रित करते हैं। निर्मला सीतारमण (तमिलनाडु), डी. पुरंदेश्वरी (आंध्र प्रदेश), और वनाथी श्रीनिवासन (तमिलनाडु) जैसे दक्षिण भारतीय चेहरों का उभरना इस रणनीति का हिस्सा है।

4. RSS का समर्थन-
RSS ने एक महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति को समर्थन दिया है, इसे प्रतीकात्मक और रणनीतिक दोनों रूप से महत्वपूर्ण मानते हुए यह समर्थन BJP के निर्णय को और मजबूत करता है।

5. संगठनात्मक और वैचारिक संतुलन-
BJP एक ऐसे नेता की तलाश में है जो संगठनात्मक अनुभव, वैचारिक प्रतिबद्धता, और सभी कार्यकर्ताओं से जुड़ाव रखता हो। तीनों महिला दावेदारों में ये गुण मौजूद हैं, और उनकी नियुक्ति पीढ़ीगत बदलाव के साथ-साथ लैंगिक समावेशिता को भी दर्शाएगी।

जे.पी. नड्डा का कार्यकाल और बदलाव की जरूरत–
जे.पी. नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2023 में समाप्त हो गया था, लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 तक इसे बढ़ाया गया था। अब, जब पार्टी ने छह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में अपने प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति कर ली है, राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन पर ध्यान केंद्रित हो गया है। सूत्रों के अनुसार, BJP अगले कुछ दिनों में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा कर सकती है।

चुनौतियां और अन्य दावेदार–

हालांकि महिला नेताओं पर जोर है, लेकिन पुरुष नेताओं जैसे धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव, प्रह्लाद जोशी, और शिवराज सिंह चौहान के नाम भी चर्चा में हैं। इसके बावजूद, RSS के समर्थन और महिला सशक्तिकरण की रणनीति के कारण एक महिला की नियुक्ति की संभावना अधिक है। चुनौती यह होगी कि नया अध्यक्ष पार्टी के विभिन्न गुटों को एकजुट रखे और 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव जैसे महत्वपूर्ण मौकों पर रणनीति को प्रभावी ढंग से लागू करे।

सोशल मीडिया पर चर्चा–

X पर इस विषय को लेकर व्यापक चर्चा हो रही है। कई उपयोगकर्ताओं ने निर्मला सीतारमण को सबसे मजबूत दावेदार बताया है, जबकि कुछ ने डी. पुरंदेश्वरी और वनाथी श्रीनिवासन के अनुभव की सराहना की है। एक उपयोगकर्ता ने लिखा, “BJP का यह कदम महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। निर्मला सीतारमण का अनुभव उन्हें इस पद के लिए सबसे उपयुक्त बनाता है।”

 

Share via
Send this to a friend