डीएनए टेस्ट के जरिए तय होगा नवजात शिशु का असली मां बाप.
बोकारो : झारखंड के बोकारो जिला में डीएनए टेस्ट के जरिए तय होगा नवजात शिशु का असली मां बाप आखिर है कौन। साथ ही ये भी तय होगा कि निजी अस्पताल में बच्चा बदलने का आरोप कितना सही है। गौरतलब है की कि बोकारो के चास थाना के सिटी केयर हॉस्पिटल में पिछले दिनों बच्चा बदलने का आरोप लगा था। जिसके बाद पीड़ित महिला के द्वारा चास थाना में अस्पताल के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था।
चास एसडीओ के आदेश के बाद एक जांच टीम का गठन किया गया। टीम जब चास के चेक पोस्ट स्थित सिटी केयर हॉस्पिटल में पहुंची। और आरोप लगाने वाले महिला का सैंपल के साथ साथ नवजात बच्ची का भी ब्लड सैंपल लिया गया। जिसे डीएनए टेस्ट कराने के लिए रांची भेजा जाएगा। बोकारो के सिविल सर्जन अशोक पाठक ने कहा कि डीएनए टेस्ट का रिपोर्ट बारह दिन के अंदर आज आने की संभावना है। जिसके बाद पता चलेगा कि आरोप कितना सही है।
पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि पिछले दिनों चास के चेक पोस्ट स्थित सिटी केयर हॉस्पिटल में डिलीवरी कराने पहुंची थी। जहां उसी समय एक और महिला का डिलीवरी हो रहा था। गीता के अनुसार जब सिजेरियन करके बच्चे को निकाला गया तब बेटा था। लेकिन अस्पताल प्रबंधन में 2 दिन बाद उसे जानकारी दिया और बताया की आपको बेटी हुई है। साथ ही उनके साथ जो दूसरी महिला काशी जरीन का बच्चा हुआ उसको अस्पताल से हटा दिया गया है और दूसरे दिन महिला को भी छुट्टी दे दिया गया। पीड़िता का आरोप है कि बच्चा को उस महिला के बच्चे के साथ बदल दिया गया है।
इस मामले मे अस्पताल प्रबंधन ने इस बात से इनकार किया कि ऐसा कुछ हुआ है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है की डीएनए टेस्ट में ही सारा चीज पता चल जाएगा। पुलिस का कहना है कि घटना के बाद एक टीम का गठन किया गया है। और आज बच्ची का डीएनए टेस्ट कराने केसेम्पल रांची भेज दिया गया है।