एक वक्त था जब भारत सहित पूरे विश्व में करोना जैसा महामारी अपने पाँव पसार रही थी।
एक वक्त था जब भारत सहित पूरे विश्व में करोना जैसा महामारी अपने पाँव पसार रही थी। वही जेआईटीएम स्किल प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनी भारत के लोगों को सुरक्षित करने हेतु आरटी पीसीआर वैन लगाकर करोना की जांच रिपोर्ट अविलंब देने का काम कर रही थी। जेआईटीएम स्किल प्राइवेट लिमिटेड के इस सराहनीय कार्य से देश के लाखों लोगों को फायदा पहुंचा और वे सुरक्षित हो सके। अब कंपनी ने देश में फैल रहे टीबी की बीमारी को जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया है।
पिछले 5 वर्षों में झारखंड में टीबी के मरीजों में जबरदस्त इजाफा हुआ है। इस बात की चिंता स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार और झारखंड सरकार दोनों कर रही है। भारत में टीबी को जड़ प
पसे खत्म करने के लिए नए प्रयोग भी किए जा रहे हैं।
वीओ 1 राज्य में टीवी के मरीजों की संख्या को लेकर एक तरफ जहां केंद्र और राज्य का स्वास्थ्य विभाग चिंतित है वहीं दूसरी तरफ कई एनजीओ और प्राइवेट संस्थान देश के सभी राज्यों में टीबी के खिलाफ अभियान चला रही है। इसी कड़ी में जेआईटीएम स्किल प्राइवेट लिमिटेड झारखंड राज्य में टीबी के मरीज को लेकर बड़ा काम करने वाली है। जिसके तहत एजेंसी टीबी के मरीजों को पहले चिन्हित करेगी और उसके बाद उनकी समुचित इलाज हेतु कार्य करेगी। जिसमें दवा से लेकर जांच तक सभी शामिल होंगे।
ज्ञात हो कि वर्ष 2020 के मुकाबले वर्ष 2021 में झारखंड में करीब 14% टीबी मरीजों का इजाफा हुआ है। वही सबसे अधिक टीबी
के मरीज रांची जिला में पाए गए। जबकि हजारीबाग में एक भी टीबी के मरीज नहीं मिले।
टीबी बीमारी लाइलाज नहीं है लेकिन सही वक्त पर यदि इसका
इलाज नहीं किया गया तो आने वाले कुछ वर्षों में मरीज की स्थिति दयनीय हो जाती है और जहां एक तरफ कोरोना संक्रमण में देश के प्रधानमंत्री ने वैक्सीन लगाकर देश सहित पूरे विश्व को सुरक्षित करने का प्रयास किया वही अब यह अभियान टीबी के मरीजों के लिए किया जा रहा है।