आदिवासी युवती के साथ गैंगरेप के बाद हत्या की चर्चा तेज
दुमका ब्यूरो सौरभ सिन्हा
साहिबगंज: साहिबगंज में आदिवासी लड़की के साथ रेप के बाद हत्या का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है लड़की का शव हालांकि दफना दिया गया था लेकिन मीडिया में खबर आने और तमाम राजनीतिक पार्टी के विरोध के बाद सुनीता के शव को कब्र से बाहर निकालने काम पुलिस ने किया
मजिस्ट्रेट के देखरेख में निकाला गया शव
मीडिया में खबर आने के बाद पुलिस हरकत में आई और आज मजिस्ट्रेट के देखरेख में शव को कब्र से निकाला गया. आदिवासी किशोरी का शव को पोस्टमार्टम (Autopsy postmortem) के लिए साहिबगंज सदर अस्पताल भेज दिया गया. जबकि चार लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ भी कर रही है.
गौरतलब है कि साहिबगंज जिले के रांगा थाना क्षेत्र के अंतर्गत लखीमपुर गांव में एक आदिवासी युवती की संदेहास्पद परिस्थिति में मौत का मामला सामने आ रहा है. आसपास के इलाके में चर्चा है कि आदिवासी किशोरी के साथ छह लोगों ने गैंगरेप किया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई. पुलिस का f.i.r. नहीं लेने के बाद परिजनों ने आदिवासी किशोरी का शव दफना दिया.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दो नाबालिग आदिवासी किशोरी फुटबॉल मैच देखकर घर लौट रही थी. इसी बीच कुछ युवकों ने एक आदिवासी किशोरी को पकड़ लिया. और उसके साथ गैंगरेप कर हत्या कर दिया. आदिवासी किशोरी का शव स्कूल के पास मिला. परिजनों ने गैंगरेप और हत्या का मामला पंचायत में रखी. पर पंचायती कर्रवाई से परिजनों को संतुष्टी नहीं मिली. तो उन्होंने गैंगरेप और हत्या का मामला लेकर नजदीकी थाना पहुंचे. मिली जानकारी के अनुसार थाना ने परिजनों को वापस गांव भेज दिया.
वहीं कुछ समाजसेवियों का कहना है कि नाबालिग आदिवासी किशोरी के साथ एक ही गांव के रहने वाले युवकों ने गैंगरेप कर हत्या कर दिया है. जबतक पीड़ित परिवार इस मामला में खुलकर सामने नहीं आता तबतक हमलोग कुछ नहीं कर सकते. इस बात का हमें दु:ख है कि हम चाह कर भी परिजनों की मजबूरी और बेवसी को नहीं समझ पा रहे हैं
यह मामला सीएम हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट की है.
मिली जानकारी के अनुसार आदिवासी किशोरी के साथ गांव के ही रहने वाले युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया. उसके बाद हत्या कर दी. आदिवासी किशोरी का शव उसी के छत पर पाया गया है. जब मृतका के शव को मां ने छत पर देखा तो प्राथमिकी दर्ज कराने स्थानीय पुलिस स्टेशन (Local police station) पर गई. लेकिन पुलिस ने लौटा दिया और कहा कि इसका फैसला पंचायत के मुखिया करेंगे. न्याय नहीं मिलने के कारण परिजनों ने आदिवासी किशोरी के शव को दफना दिया. वहीं मृतका के पिता ने कहा कि जिस वक्त उनकी बेटी की हत्या हुई तो घर में कोई भी मौजूद नहीं था. इस मामला का खुलासा नाबालिग मृतका की दोस्त ने किया.