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धनबाद: नीरज सिंह हत्याकांड पर 27 अगस्त यानी कल  आएगा फैसला, कोर्ट परिसर में कड़ी सुरक्षा

धनबाद: नीरज सिंह हत्याकांड पर 27 अगस्त यानी कल  आएगा फैसला, कोर्ट परिसर में कड़ी सुरक्षा

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धनबाद, 26 अगस्त : कोयलांचल के बहुचर्चित पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड मामले में कल, 27 अगस्त 2025 को धनबाद की एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट में फैसला सुनाया जाएगा। 21 मार्च 2017 को सरायढेला में नीरज सिंह समेत चार लोगों की गोली मारकर हत्या ने पूरे कोयलांचल को झकझोर दिया था। इस ऐतिहासिक फैसले को लेकर जिला प्रशासन ने कोर्ट परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है, और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

हत्याकांड की पृष्ठभूमि

21 मार्च 2017 को धनबाद के सरायढेला में पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह, उनके अंगरक्षक मुन्ना तिवारी, चालक घल्टू महतो और सहयोगी अशोक यादव की AK-47 और पिस्तौलों से ताबड़तोड़ गोलीबारी कर हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने नीरज की SUV पर करीब 67 राउंड फायरिंग की थी, जब वे झरिया से एक मीटिंग के बाद अपने रघुकुल स्थित आवास लौट रहे थे। पुलिस के अनुसार, यह हत्या कोयला कारोबार और झरिया की राजनीति में वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा थी।

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मुख्य आरोपी झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह (बीजेपी) और नीरज सिंह (कांग्रेस) चचेरे भाई थे, लेकिन दोनों परिवारों (सिंह मैंशन और रघुकुल) के बीच लंबे समय से तनाव था। 2014 के विधानसभा चुनाव में संजीव ने नीरज को हराया था, जिसके बाद रंजिश और गहरी हो गई। संजीव सिंह ने 2017 में सरेंडर किया और 8 साल जेल में बिताए। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उन्हें रांची के रिनपास से डिस्चार्ज किया गया, लेकिन धनबाद आने पर रोक है।

केस की स्थिति

पुलिस ने संजीव सिंह सहित 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। चार शूटर (अमन सिंह, कुर्बान अली, शिबू उर्फ सागर, चंदन सिंह उर्फ सतीश) में से कुछ को 2022 में सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया। अमन सिंह की 2023 में धनबाद जेल में हत्या हो गई। अभियोजन पक्ष चश्मदीद गवाह आदित्य राज (नीरज के भाई), कॉल डिटेल्स और मेडिकल रिपोर्ट पर निर्भर है, जबकि बचाव पक्ष इन सबूतों को कमजोर बताता है। 13 अगस्त 2025 को कोर्ट में बहस पूरी हुई, और अब फैसला कल सुनाया जाएगा।

सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम

धनबाद एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि यह बेहद संवेदनशील मामला है। कोर्ट परिसर में पुलिस लाइन और धनबाद थाना से अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। बैरिकेडिंग के साथ केवल केस से जुड़े लोगों और वकीलों को प्रवेश की अनुमति होगी। जिले में शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।

कोयलांचल में बढ़ती बेचैनी

सिंह मैंशन और रघुकुल समर्थकों के बीच फैसले को लेकर उत्सुकता और तनाव चरम पर है। नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा नीरज सिंह, जो वर्तमान में झरिया से कांग्रेस विधायक हैं, के लिए यह फैसला न्याय का क्षण हो सकता है। वहीं, संजीव सिंह के समर्थक बरी होने की उम्मीद कर रहे हैं। कोयलांचल की राजनीति और समाज पर इस फैसले का गहरा प्रभाव पड़ सकता है।

क्या होगा असर?

यह फैसला न केवल धनबाद की राजनीति को प्रभावित करेगा, बल्कि कोयला माफिया और वर्चस्व की लड़ाई पर भी सवाल उठाएगा। अगर संजीव सिंह दोषी ठहराए जाते हैं, तो यह बीजेपी के स्थानीय गठबंधनों को प्रभावित कर सकता है। वहीं, बरी होने पर पारिवारिक रंजिश और हिंसा का नया दौर शुरू हो सकता है।

कोयलांचल की नजरें कल के फैसले पर टिकी हैं। यह देखना होगा कि क्या यह फैसला धनबाद की गैंग्स ऑफ वासेपुर जैसी छवि को और गहरा करेगा या न्याय की राह खोलेगा।

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