Akshaya Tritiya :अक्षय का मतलब होता है जिसका कभी भी क्षय ना होना। आज के मुहूर्त पर जो होगा वो निरंतर रहेगा ।
Akshaya Tritiya आज अक्षय तृतीया है। शास्त्रों में अक्षय तृतीया एक अबूझ मुहूर्त है यानी ऐसी तिथि जिसमें किसी तरह का शुभ कार्य या शुभ खरीदारी करने के लिए मुहूर्त नहीं देखा जाता है। बिना शुभ मुहूर्त के सभी तरह के शुभ कार्य की शुरुआत की जा सकती है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का त्योहार मनाया जाता है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने दी ईद (EID)की मुबारकबाद
अस्पताल में नवजात को चूहे ने कई जगह जख्म दिया (child was injured by mice )जानिए पूरा मामला
अक्षय तृतीया को आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है। अक्षय का मतलब होता है जिसका कभी भी क्षय या नाश न होना। मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन शुभ खरीदारी या शुभ कार्य करने पर हमेशा इसमें वृद्धि होती है। अक्षय तृतीया के दिन शुभ कार्य करने, दान, स्नान और जप आदि करने पर कभी भी शुभ फल की कमी नहीं होती है। वहीं खासतौर पर अक्षय तृतीया के दिन विशेष तौर पर सोने के आभूषण की खरीदारी की जाती है। मान्यता है इस दिन सोने और चांदी के आभूषण खरीदने से व्यक्ति के जीवन में माता लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है जिससे व्यक्ति का जीवन सुख,समृद्धि और वैभव का वास रहता है।





