छह माह के बच्चे को जहर देकर मारने का किया गया प्रयास.
गिरिडीह : प्रेम-प्रसंग के खिलाफ दंरिदो ने छह माह के बच्चे को जहर देकर मारने का प्रयास किया। बच्चे की हालत अब भी नाजुक बना हुआ है। फिलहाल छह माह के बब्बू बेसरा का इलाज गिरिडीह के सदर अस्पताल में चल रहा है। बच्चे का हिफाजत उसके मामा और नानी अस्पताल में कर रहे है। घटना गिरिडीह के पीरटांड थाना क्षेत्र के धावाटाढ़ गांव का है, गुरुवार की सुबह जब बच्चे की मां अपने ससुराल में गोबर उठा रहा थी उसी वक़्त अचानक बच्चे के रोने की आवाज सुनकर उसकी मां दौड़ी और देखा कि बेटा उल्टी कर रहा है, और मुंह से बदबू भी आ रहा है। महिला नें सास-ससुर को आवाज लागाई लेकिन किसी से सुना नहीं। महिला नें पास में रह रहे अपनी मां और भाई को बुलाई, बच्चे की हालत देखकर नानी और मामा आनन-फानन मे पीरटांड सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पहुंचे।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!हालात गंभीर देख चिकित्सक ने बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल जाने को कहा। इस दौरान बच्चे को लेकर तीनों सदर अस्पताल पहुंचे। जहां बच्चे का इलाज अब भी किया जा रहा है। छह माह के बच्चे को जहर देकर मारने का आरोप उसके उसके दादा श्याम लाल बेसरा और दादी चूडकी देवी समेत दो फूआ पर लगा है। वहीं घटना की जानकारी पीरटांड थाना पुलिस को भी दिए जाने की बात सामने आई है। जबकि बच्चे का पिता एतवारी बेसरा करीब सात महीनें से घर से फरार है। बच्चे को जहर किसने दिया, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हुआ है। लेकिन बच्चे को जहर देकर मारने का शक उसके दादा-दादी पर ही है।
दरअसल, धावाटांड गांव में ही पीड़ित बच्चे का ननिहाल और दादा घर कुछ फासले पर है। पीड़ित बच्चे की मां का गांव के ही एक युवक के साथ काफी महीनों से अफेयर चल रहा था। इसी अफेयर के दौरान ही बच्चे की मां गर्भवती हुई थी, दोनों के अफेयर को लेकर दोनों परिवार में सहमत नहीं थे। दोनों परिवारों में सहमति नहीं रहने के कारण बच्चे की मां बगैर शादी के ही ससुराल में रह रही थी। ऐसे में कयास यही लग रहे है कि बगैर शादी के ससुराल में रहना बच्चे की मां का ससुराल वालों को पंसद नहीं था।
गिरिडीह, दिनेश




