चंदन मिश्रा हत्याकांड: मुख्य आरोपी तौसीफ उर्फ बादशाह गिरफ्तार, शूटरों में एक महिला सहित 10 हिरासत में
बिहार की राजधानी पटना के पारस अस्पताल में 17 जुलाई को हुए सनसनीखेज चंदन मिश्रा हत्याकांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। बिहार और पश्चिम बंगाल एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में मुख्य आरोपी तौसीफ उर्फ बादशाह को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया गया है। इस हत्याकांड में शामिल पांच शूटरों सहित कुल 10 लोगों को अब तक हिरासत में लिया गया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!कोलकाता में छापेमारी के दौरान पकड़े गए आरोपी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, तौसीफ उर्फ बादशाह के साथ उसके मौसेरे भाई नीशू खान, सचिन सिंह, हर्ष उर्फ हरीश कुमार, भीम कुमार और एक महिला अल्पना दास को कोलकाता के आनंदपुर इलाके में एक गेस्ट हाउस से गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, न्यू टाउन इलाके से पांच अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने छापेमारी के दौरान एक सफेद रंग की कार भी जब्त की है, जिसका इस्तेमाल शूटरों ने भागने के लिए किया था।
हत्याकांड की साजिश और गैंगवार का कोण
पुलिस जांच में सामने आया है कि यह हत्या पुरुलिया जेल में बंद गैंगस्टर शेरू सिंह द्वारा रची गई साजिश का हिस्सा थी। शेरू और चंदन मिश्रा पहले दोस्त थे, लेकिन बेउर जेल में हुए विवाद के बाद उनकी दोस्ती दुश्मनी में बदल गई थी। शेरू ने चंदन की हत्या के लिए तौसीफ को 10 लाख रुपये की सुपारी दी थी। तौसीफ ने अपने गैंग के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस के मुताबिक, तौसीफ सुपारी किलिंग और जमीन के कारोबार में सक्रिय है और फुलवारी शरीफ का रहने वाला है।
सीसीटीवी फुटेज से मिला अहम सुराग
हत्याकांड के बाद पुलिस ने पारस अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें तौसीफ सफेद शर्ट और नीली जींस में सबसे आगे चलता दिखाई दिया। फुटेज में पांच शूटरों ने 34 सेकंड तक चंदन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं और फिर दो मोटरसाइकिलों पर सवार होकर फरार हो गए। सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस ने तौसीफ और उसके साथियों को कोलकाता में पकड़ा।
पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई और जांच जारी
इस हत्याकांड में लापरवाही बरतने के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। पुलिस ने दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें से एक चंदन के पिता मंटू मिश्रा ने दर्ज कराई है। मंटू ने अस्पताल के स्टाफ और डॉक्टरों पर भी संदेह जताया है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस साजिश में और कौन-कौन शामिल था।





