20250808 165131

पोटका के तिलाई घुटु गांव में सड़क का हाल: बरसात में मरीजों को खटिया पर ढोने की मजबूरी, ग्रामीणों में विधायक के प्रति नाराजगी

पूर्वी सिंहभूम: झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका प्रखंड के डोमजूडी पंचायत अंतर्गत तिलाई घुटु टोला के ग्रामीण आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। झारखंड के अलग राज्य बनने के 24 साल बाद भी इस गांव में एक पक्की सड़क का अभाव है, जिसके कारण बरसात के मौसम में ग्रामीणों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति इतनी गंभीर है कि बीमार मरीजों को खटिया पर लादकर कीचड़ भरे रास्तों से होकर मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ता है, ताकि उन्हें पोटका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाया जा सके।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

हाल ही में तिलाई घुटु गांव में एक मरीज को खटिया पर लादकर कीचड़मय रास्तों से मुख्य सड़क तक ले जाने का दृश्य देखा गया। ग्रामीणों ने बताया कि बरसात में रास्ते इतने खराब हो जाते हैं कि पैदल चलना भी असंभव हो जाता है। कीचड़ भरे रास्तों के कारण वाहन गांव तक नहीं पहुंच पाते, जिससे मरीजों को समय पर इलाज मिलने में देरी होती है। ग्रामीणों का कहना है कि इस स्थिति ने कई बार जानलेवा हालात पैदा किए हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार विधायक से सड़क निर्माण की मांग की, लेकिन उनकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए कहा, “नेता चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे करते हैं, वोट लेते हैं, लेकिन जीतने के बाद हमारी सुध लेना भूल जाते हैं। हमें सिर्फ जुबानी आश्वासन मिलते हैं, हकीकत में कुछ नहीं बदलता।”

तिलाई घुटु के ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की कमी न केवल उनकी दिनचर्या को प्रभावित करती है, बल्कि आपात स्थिति में मरीजों और गर्भवती महिलाओं के लिए बड़ा खतरा बनती है। गांव में सड़क निर्माण का मुद्दा लंबे समय से चुनावी वादों का हिस्सा रहा है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से इस समस्या के त्वरित समाधान की मांग की है।

Share via
Send this to a friend