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झारखंड: प्राइवेट अस्पतालों में बाउंसर रखने और मरीजों के उत्पीड़न पर होगी कड़ी कार्रवाई…. इरफान अंसारी… देखे वीडियो 

झारखंड: प्राइवेट अस्पतालों में बाउंसर रखने और मरीजों के उत्पीड़न पर होगी कड़ी कार्रवाई…. इरफान अंसारी… देखे वीडियो

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रांची, 09 सितंबर : जो प्राइवेट अस्पताल बाउंसर रखते है वे हो जाएं सावधान ! झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने प्राइवेट अस्पतालों द्वारा बाउंसर रखने और मरीजों के परिजनों के साथ दुर्व्यवहार की बढ़ती शिकायतों पर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी है कि जो अस्पताल बाउंसर रखकर मरीजों या उनके परिजनों को धमकाते हैं और जबरन पैसा वसूलते हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की गतिविधियों को गैरकानूनी करार देते हुए मंत्री ने कहा कि दोषी अस्पतालों को चिह्नित कर तत्काल सील कर दिया जाएगा।

मरीजों की सेवा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं

स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने प्राइवेट अस्पतालों को मरीजों की सेवा में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उत्पीड़न के खिलाफ सख्ती से निपटने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, “अस्पतालों का काम मरीजों की जान बचाना और उनकी सेवा करना है, न कि उन्हें डराना-धमकाना या आर्थिक शोषण करना। कुछ अस्पतालों की ओर से बाउंसर रखकर परिजनों को बंदूक की नोक पर धमकाने और अतिरिक्त बिल वसूलने की शिकायतें मिल रही हैं। यह अस्वीकार्य है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

अस्पतालों पर नकेल कसने की तैयारी

मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि राज्य के सभी प्राइवेट अस्पतालों की गतिविधियों पर नजर रखी जाए। शिकायतों के आधार पर दोषी अस्पतालों की जांच की जाएगी और गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर उनके लाइसेंस रद्द करने के साथ-साथ उन्हें सील करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके अतिरिक्त, मरीजों के साथ होने वाले किसी भी प्रकार के उत्पीड़न या लापरवाही को रोकने के लिए कड़े नियम लागू किए जाएंगे।

पारदर्शिता और जवाबदेही पर जोर

इरफान अंसारी ने कहा कि झारखंड सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने प्राइवेट अस्पतालों से मरीजों के इलाज में मानवीय दृष्टिकोण अपनाने और निर्धारित नियमों का पालन करने की अपील की। साथ ही, उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि यदि कोई अस्पताल अनुचित व्यवहार करता है या अतिरिक्त शुल्क वसूलता है, तो इसकी शिकायत तुरंत स्वास्थ्य विभाग से करें।

शिकायतों के लिए तंत्र स्थापित

स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों और उनके परिजनों की शिकायतों को दर्ज करने के लिए एक विशेष तंत्र स्थापित करने की योजना बनाई है। इसके तहत एक हेल्पलाइन नंबर और ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया जाएगा, जहां लोग अपनी शिकायतें आसानी से दर्ज कर सकेंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वासन दिया कि हर शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

प्राइवेट अस्पतालों के लिए चेतावनी

मंत्री ने प्राइवेट अस्पतालों को चेतावनी दी कि वे अपनी कार्यशैली में सुधार करें और मरीजों के हितों को सर्वोपरि रखें। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ और किफायती बनाना है। जो अस्पताल मरीजों का शोषण करेंगे, उनके खिलाफ सरकार कोई नरमी नहीं बरतेगी।”

नागरिकों से सहयोग की अपील

इरफान अंसारी ने नागरिकों से भी सहयोग मांगा है ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदम तभी प्रभावी होंगे जब जनता सक्रिय रूप से अपनी शिकायतें और सुझाव साझा करेगी।

जाहिर है झारखंड सरकार का यह कदम प्राइवेट अस्पतालों में अनैतिक गतिविधियों पर लगाम लगाने और मरीजों के हितों की रक्षा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। स्वास्थ्य मंत्री के इस सख्त रुख से उम्मीद की जा रही है कि प्राइवेट अस्पताल अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करेंगे और मरीजों को बेहतर व सुरक्षित स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।

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