लोहरदगा में निजी अस्पतालों द्वारा एम्बुलेंस के नाम पर लूट ! 2 हजार के जगह लिए 9 हजार
लोहरदगा में निजी अस्पतालों द्वारा एम्बुलेंस के नाम पर लूट ! 2 हजार के जगह लिए 9 हजार
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!लोहरदगा : आनंद कुमार सोनी
लोहरदगा – जिले के निजी अस्पताल द्वारा एम्बुलेंस के नाम पर लूट मची है ! दरअसल लोहरदगा में एम्बुलेंस के नाम पर दो मरीजों से गुमला सदर अस्पताल पहुंचाने के एवज में 9000 रुपए वसूले जाने का मामला प्रकाश में आया है। जिले के शहरी क्षेत्र स्थित न्यू संजीवनी हॉस्पिटल में हगरु उरांव और लालजीत उरांव इलाजरत थे जिन्हें अस्पताल रेफर किया गया। न्यू संजीवनी हॉस्पिटल द्वारा एम्बुलेंस के नियमों का धज्जियां उड़ाते हुवे एक ही एम्बुलेंस में दो मरीजों को इलाज के लिए गुमला सदर अस्पताल पहुंचाया गया जहां एम्बुलेंस चार्ज के नाम पर दोनों मरीजों से 9000 रुपए वसूले गए।
जाहिर है सरकारी अस्पतालों द्वारा मरीजों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है वही निजी अस्पतालों द्वारा एम्बुलेंस के नाम पर मरीजों से लूट मचाई जा रही है। न्यू संजीवनी हॉस्पिटल द्वारा एम्बुलेंस का न तो परमिट बनाया गया और ना ही वाहन एम्बुलेंस के नाम पर रजिस्ट्रेशन किया गया है निजी वाहन मारुति न0 JH01CN 2429 पर एम्बुलेंस लिखकर चलाया जा रहा है। जहां गुमला जाने के लिए भाड़े के वाहनों में महज 2 से तीन हजार रुपए किराया लगता है वही अस्पताल द्वारा 9000 हजार रुपए वसूल लिए गए।
मामले को लेकर लोहरदगा सिविल सर्जन डॉ शंभूनाथ चौधरी ने कहा एम्बुलेंस सेवा जनहित के लिए किया जाता है और निजी अस्पताल द्वारा एम्बुलेंस के नाम पर मरीजों का दोहन किया जा रहा है जो पूरी तरह से गलत है और ये गबन का मामला है पूरे मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी और दोषी अस्पताल पर नियम संगत करवाई की जाएगी।
बताते चलें कि संजीवनी हॉस्पिटल पूर्व से ही अवैध ड्रग्स सहित कई मामलों में चर्चा पर रहा है। कोर्ट रोड स्थित संजीवनी हॉस्पिटल में विभागीय कारवाई के बाद प्रबंधक को जेल की भी खानी पड़ी वहीं आज भी विभाग द्वारा एक संजीवनी हॉस्पिटल बंद हो शील पड़ा है। पूर्व में मां यशोदा के नाम से एक ब्रांच चल रहा था अब न्यू संजीवनी हॉस्पिटल के नाम चलाया जा रहा है जहां निजी अस्पताल द्वारा मनमानी तरीके से किसी भी हाल में सिर्फ और सिर्फ एक ही उद्देश्य बन गया है गरीबों को चूसना और अपना जेब भरना।
मामले पर प्रबंधक संजीव कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने कहा मै अपना एंबुलेंस को भाड़ा में दे रखे है अब वो कितना लेता है मुझे नहीं मालूम उन्होंने कहा मै रांची में रह मीटिंग में हूँ।







