राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ आज से सासाराम से शुरू, तेजस्वी यादव भी होंगे साथ
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज से बिहार के सासाराम से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ की शुरुआत करने जा रहे हैं। इस यात्रा में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी उनके साथ होंगे। यह यात्रा 16 दिनों तक चलेगी और बिहार के 23 जिलों को कवर करते हुए 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में एक विशाल रैली के साथ समाप्त होगी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!‘वोटर अधिकार यात्रा’ का मुख्य उद्देश्य मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं के खिलाफ जनजागरूकता फैलाना और मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा करना है। महागठबंधन का दावा है कि चुनाव आयोग की विशेष गहन संशोधन (SIR) प्रक्रिया में गरीब, दलित, प्रवासी मजदूरों और कमजोर वर्गों के मतदाताओं के नाम गलत तरीके से हटाए जा रहे हैं, जिसे वे ‘वोट चोरी’ की साजिश करार दे रहे हैं। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव इस अभियान को लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की लड़ाई के रूप में पेश कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने अपने एक बयान में कहा, “यह यात्रा ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के लोकतांत्रिक अधिकार को बचाने की लड़ाई है। हम बिहार की जनता से अपील करते हैं कि वे अपने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए इस संघर्ष में शामिल हों।”
तेजस्वी यादव ने भी इस यात्रा को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा, “किसी का अधिकार छूटे नहीं, आजादी का भाव टूटे नहीं, किसी का वोट कटे नहीं। यह यात्रा सिर्फ एक राजनीतिक अभियान नहीं, बल्कि बिहार की जनता की ताकत को मजबूत करने का आंदोलन है।” तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चोर आइडिया भले चोरी कर ले, लेकिन विजन कहां से लाएगा? उन्होंने दावा किया कि उनकी ‘युवा सरकार’ बिहार को नई दिशा देगी।[](
‘वोटर अधिकार यात्रा’ ने बिहार के सियासी माहौल को और गर्म कर दिया है। विपक्ष का आरोप है कि NDA सरकार और चुनाव आयोग मिलकर मतदाता सूची में हेरफेर कर रहे हैं, जिससे गरीब और कमजोर वर्गों के वोट छीने जा रहे हैं। दूसरी ओर, भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे विपक्ष का चुनावी स्टंट करार दिया है।







