रांची में शराब दुकानों का संचालन अब होमगार्ड जवानों के जिम्मे!
झारखंड की राजधानी रांची में सरकारी शराब दुकानों के संचालन की जिम्मेदारी अब होमगार्ड जवानों को सौंपी गई है। इस संबंध में रांची के उपायुक्त (डीसी) मंजूनाथ भजंत्री ने होमगार्ड समादेष्टा को पत्र लिखकर आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। इस नई व्यवस्था के तहत जिले की 166 शराब दुकानों पर कुल 367 होमगार्ड जवानों की तैनाती की जाएगी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!उत्पाद विभाग के अनुसार, विदेशी शराब की 76 दुकानों पर प्रति दुकान तीन होमगार्ड जवानों की तैनाती होगी, जिसके लिए कुल 228 जवान नियुक्त किए जाएंगे। वहीं, देशी शराब की 41 दुकानों पर प्रति दुकान एक जवान यानी कुल 41 जवान और कंपोजिट शराब की 49 दुकानों पर प्रति दुकान दो जवान यानी कुल 98 जवानों की जरूरत होगी।
यह फैसला प्लेसमेंट एजेंसियों के माध्यम से शराब दुकानों के संचालन में अनियमितताओं को देखते हुए लिया गया है। डीसी ने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि नई शराब दुकान बंदोबस्ती और संचालन नियमावली 2025 को लागू करने में लगभग दो महीने का समय लग सकता है। तब तक होमगार्ड जवानों के माध्यम से दुकानों का संचालन और निगरानी सुनिश्चित की जाएगी।
उत्पाद विभाग ने यह भी निर्देश दिया है कि होमगार्ड जवान न केवल दुकानों की सुरक्षा और संचालन की जिम्मेदारी निभाएंगे, बल्कि नकदी मिलान और जमा की प्रक्रिया भी उनकी देखरेख में होगी। इस कदम से शराब दुकानों के संचालन में पारदर्शिता और अनुशासन बढ़ाने की उम्मीद है।
राज्य सरकार ने यह भी घोषणा की है कि 16 अगस्त 2025 से शराब की खुदरा बिक्री फिर से निजी हाथों में दी जाएगी। तब तक यह अंतरिम व्यवस्था लागू रहेगी। इस नई पहल से रांची में शराब दुकानों के संचालन में सुधार और अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगने की उम्मीद है।





