कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को विपक्षी एकता की मुहिम तेज करे हुए एक वर्चुअल मीटिंग बुलायी
नयी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को विपक्षी एकता की मुहिम तेज की. उन्होंने इसके लिए एक वर्चुअल मीटिंग बुलायी. इसमें झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन सहित विपक्षी दलों के कई बड़े नेता शामिल हुए. बैठक में सभी ने 2024 में लोकसभा चुनाव की तैयारी और भाजपा के खिलाफ एकजुटता पर सहमति जतायी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी के खिलाफ एक कोर ग्रुप बनाने का सुझाव दिया वर्चुअल मीटिंग में 18 विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए. मीटिंग में कांग्रेस की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और राहुल गांधी भी शामिल हुए. दूसरी पार्टियों से फारूक अब्दुल्ला, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, शरद पवार, शरद यादव और सीताराम येचुरी समेत कई बड़े नेता जुड़े. मीटिंग में तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना, झारखंड मुक्ति मोर्चा, सीपीआई, सीपीएम, नेशनल कॉन्फ्रेंस, राष्ट्रीय जनता दल, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, लोकतांत्रिक जनता दल, जनता दल सेकुलर, राष्ट्रीय लोक दल, केरल कांग्रेस (M), DMK, AIUDF, VCK, RSP और IUML पार्टी शामिल हुईं.
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साझा बयान में क्या-क्या हुआ शामिल
मीटिंग के बाद विपक्ष ने साझा बयान जारी किया. इनमें शामिल कुछ महत्वपूण बिंदु-
जम्मू-कश्मीर में सभी राजनीतिक बंदियों को रिहा किया जाए. केंद्रीय सेवाओं के जम्मू-कश्मीर कैडर सहित पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करें. यहां जल्द से जल्द स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराएं.
तीनों नये कृषि कानूनों को निरस्त कर किसानों को MSP की अनिवार्य गारंटी दी जाए. भीमा कोरेगांव मामले और CAA के विरोध में UAPA के तहत सभी राजनीतिक कैदियों को रिहा करें.
जिस तरह सरकार ने संसद के मानसून सत्र में अड़चनें डालीं, पेगासस मामले में चर्चा करने से इनकार किया, किसान विरोधी कानूनों को रद्द न करने, कोविड -19 से निपटने के मैनेजमेंट में नाकामी और बढ़ती महंगाई की निंदा की गयी.