अब रसगुल्ले के जरिए बढ़ाइये रोग प्रतिरोधक क्षमता.
Team Drishti
तरह-तरह की यूमिनिटी बूस्टर से जुड़े आयुर्वेदिक प्रोडक्ट के साथ अब लोगों को रसगुल्ले के मिठास में भी यूमिनिटी बूस्टर मिल रहा है. जी हां रांची के रहने वाले एक शक्स ने अब तक 20 से अधिक तरह के रसगुल्ले तैयार किये हैं, जो फलों और सब्जी से बनाया गया है. कोरोना काल में आर्थिक तंगी से गुजर रहे कमल अग्रवाल नामक ने एक नया प्रयोग किया है.
कोरोना महामारी के दौरान लोग अपनी यूमिनिटी बढ़ाने को लेकर कई उपाय कर रहे हैं. इस महामारी से बचने और इसे मात देने के लिए आयुर्वेदिक चीजों के साथ साथ चिकित्सकों की ओर से दिए गए परामर्श को भी लोग गंभीरता से मान रहे हैं, लेकिन क्या मिठाई में इम्यूनिटी पावर बढ़ाई जा सकती है, इस सवाल का जवाब शायद इन रसगुल्लों में है. कोरोना महामारी और लोक डाउन के कारण व्यवसाय पर भी असर पड़ा है . कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इसे एक अवसर पर तौर पर भी देख रहे हैं. न्यू आइडिया के साथ लोगों की सेहत का ख्याल रखते हुए विभिन्न ब्रांड प्रोडक्टों के साथ-साथ आम व्यवसाय से जुड़े लोग भी कुछ अलग करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे ही एक शख्स हैं कमल अग्रवाल, रांची के रहने वाले कमल एक क्रेटरेर हैं और व्यवसाय के क्षेत्र में वह रसगुल्ला निर्माण का काम भी करते हैं. कोरोना महामारी को अवसर के तौर पर लेते हुए एक नई आईडिया के साथ लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सेहतमंद मिठाइयों की वैरायटी इन दिनों बना रहे हैं अब तक इन्होंने नींबू, अनानास , धनिया ,मिर्च ,अमरूद आंवला, हल्दी जैसे 20 सब्जी और फ्रूट्स वैरायटी के रसगुल्ला तैयार किया है और इसकी बिक्री भी हो रही है. हालांकि लोगों के बीच यह प्रयोग नया है, लेकिन धीरे-धीरे लोग डिमांड कर रहे हैं.
कमल अग्रवाल बताते हैं कि लॉकडाउन के दौरान उनकी भी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई थी. रसगुल्ले बनाने में महारत हासिल होने की वजह से उनकी पत्नी ने उन्हें मोटिवेट किया और कुछ नया करने को लेकर प्रेरित भी किया. अपनी पत्नी का बात मानते हुए इन्होंने मिठाई में इस वैरायटी को लाकर लोगों के बीच एक नया प्रयोग का इजाद किया है.