Ranchi News:-एचईसी के लगभग 1650 कैजुअल कर्मियों को नहीं मिला वेतन, मुख्यालय किया जाम
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प्रेरणा चौरसिया
Drishti Now Ranchi
धुर्वा में एचईसी मुख्यालय को फिर से बंद कर दिया गया है । इस बार मुख्यालय में एचईसी के कैजुअल कर्मचारियों की भीड़ लगी रही । उन्होंने हंगामा किया और वेतन की मांग की । करीब 150 दिन की अशांति के बाद एचईसी के स्थायी कर्मचारी को दो माह का वेतन मिला , जबकि करीब 1650 अस्थायी कर्मचारी को श्रमिकों को अभी तक वेतन नहीं मिला है । इसके विरोध में ठेका कर्मचारियों ने उनके एचईसी मुख्यालय को जाम कर दिया । उनका यह भी कहना है कि वे कंपनी के लिए काम करते हैं । ऐसे में उन्हें समय पर वेतन मिलना चाहिए ।
150 दिनों तक चला था आंदोलन
एचईसी के स्थायी कर्मचारियों ने वेतन भुगतान की मांग को लेकर ल्रगभग डेढ़ सौ दिनों तक आंदोलन किया था। उन्हें पेंशन मिल सके इसके लिए रांची के सांसद संजय सेठ सहित कई प्रमुख लोगों ने प्रयास किया था। जिसके बाद तीन अप्रैल से स्थायी कर्मचारियों को वेतन दिया गया। उन्हें दो महीने का वेतन दिया गया। पेंशन मिलने के बाद टिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन के महासिचव राणा संग्राम सिंह ने कहा है कि कामगारों को अब युगल उत्साह से काम करने की जरूरत है। कर्मचारियों की ओर से चल रहा आंदोलन वेतन देने की सहमति के बाद एक अप्रैल से समाप्त कर दिया गया था।
एक साल में 50 इंजीनियर छोड़ चुके नौकरी
एचईसी में वित्तीय संकट की कहानी कोई नई नहीं है । वेतन संकट को लेकर अक्सर विवाद होते रहे हैं । एसईसी सूत्रों के अनुसार, लगभग हर दो महीने में तीन से चार कर्मचारी कंपनी छोड़ देते हैं । 2022/23 वित्तीय वर्ष में 50 से ज्यादा इंजीनियर और करीब 10 अफसरों ने नौकरी छोड़ दी उसका एचईसी। प्रबंधन के अधिकारियों के अनुसार , यहां काम करने वाले लोगों का न रहना अस्वीकार्य होगा ।
300 करोड़ का उत्पादन लक्ष्य निर्धारित
एचईसी ने चालू वर्ष के लिए 300 करोड़ रुपये के उत्पादन का लक्ष्य रखा है । दूसरी ओर , हम कारखाने को कच्चे माल की आपूर्ति को प्राथमिकता देने की योजना बना रहे हैं । SEC के अधिकारियों के अनुसार , इनमें से 80 % तक उपकरण उनके HEC कारखाने में बनाए जाते हैं । प्लांट प्रोडक्शन होगा आर्थिक संकट खत्म होने के बाद निस्संदेह वृद्धि होगी ।