लातेहार: पुलिस के दबाव में JJMP के दो हार्डकोर नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, संगठन का सफाया लगभग पूरा
झारखंड के लातेहार जिले में नक्सलवाद के खिलाफ पुलिस की लगातार कार्रवाई और राज्य सरकार की आत्मसमर्पण नीति ने एक और सफलता हासिल की है। प्रतिबंधित नक्सली संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (JJMP) के दो प्रमुख हार्डकोर नक्सलियों सबजोनल कमांडर ब्रजेश यादव और एरिया कमांडर अवधेश लोहरा ने आज लातेहार पुलिस मुख्यालय में आत्मसमर्पण कर दिया। इस आत्मसमर्पण से JJMP संगठन का लगभग पूरा सफाया हो चुका है, जो मई 2025 में संगठन के सुप्रीमो पप्पू लोहरा के एनकाउंटर के बाद से लगातार कमजोर होता जा रहा था।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!आज के समर्पण समारोह में IG शैलेंद्र कुमार सिन्हा और लातेहार SP कुमार गौरव मौजूद रहे। ब्रजेश यादव पर लातेहार जिले के विभिन्न थानों में कुल 10 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि अवधेश लोहरा पर 3 मामले दर्ज हैं। ब्रजेश यादव पर सरकार द्वारा 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस ने कुर्की नोटिस और अन्य दबावपूर्ण कार्रवाइयों के माध्यम से इन्हें आत्मसमर्पण के लिए मजबूर किया था।
IG शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा, “पुलिस लगातार नक्सलियों पर दबाव बना रही है। आज JJMP के दो हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इससे संगठन का सफाया हो चुका है। बाकी नक्सली या तो आत्मसमर्पण करें या पुलिस की गोली का शिकार हों।”
आत्मसमर्पण के बाद ब्रजेश यादव की पत्नी मानेश्वरी देवी ने राहत की सांस लेते हुए कहा, “हमें बहुत अच्छा लग रहा है कि हमारे पति ने आत्मसमर्पण कर दिया। संगठन में रहते हुए हमेशा डर का माहौल रहता था। घर चलाना और बच्चों की पढ़ाई में भारी परेशानी होती थी। अनहोनी का डर सताता रहता था कि अगर कुछ हो गया तो अकेले कैसे रहेंगी। अब डर खत्म हो गया है। हम परिवार के साथ खुशी से जीवन बिताएंगे।”
वहीं, ब्रजेश यादव ने अपने नक्सली जीवन के कष्टों को बयां करते हुए कहा, “संगठन में जितने दिन रहा, उतने ही कष्ट भरे थे। न ठिकाने का था, न खाने का। हर पल परिवार से दूर रहना पीड़ादायक था। अब आत्मसमर्पण करके सुकून मिला है।”





