धनबादः बीसीसीएल की केंदुआडीह कोलियरी से जहरीली गैस रिसाव, सैकड़ों बीमार; ग्रामीणों ने धनबाद-रांची मुख्य मार्ग जाम किया
धनबादः बीसीसीएल की केंदुआडीह कोलियरी से जहरीली गैस रिसाव, एक महिला की मौत, सैकड़ों बीमार; ग्रामीणों ने धनबाद-रांची मुख्य मार्ग जाम किया
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!धनबाद, 04 दिसंबर भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) की केंदुआडीह कोलियरी क्षेत्र में बुधवार सुबह बंद पड़ी भूमिगत खदान से अचानक जहरीली गैस (कार्बन मोनोऑक्साइड) का भारी रिसाव हो गया। इस हादसे में एक 28 वर्षीय महिला प्रियंका देवी की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों लोग बीमार पड़ गए। दर्जनों लोगों को सांस लेने में तकलीफ, उल्टी और चक्कर आने की शिकायत के बाद शहीद नर्मदेव मुर्मू मेडिकल कॉलेज अस्पताल व निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

गैस रिसाव से बेहोश महिला
राजपूत बस्ती में दहशत, पक्षी तक गिरे जमीन पर
गैस रिसाव का सबसे ज्यादा असर केंदुआडीह थाना क्षेत्र की राजपूत बस्ती, मस्जिद मोहल्ला, नंबर-5 मोहल्ला और पुटकी के आसपास के इलाकों में देखा गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि सुबह करीब 7 बजे से ही तेज बदबू आने लगी थी। कुछ ही देर में लोग बेहोश होने लगे। इलाके में पक्षी भी तड़प-तड़प कर गिरने लगे, जिससे दहशत और बढ़ गई।
ग्रामीणों का भारी आक्रोश, हाईवे किया जाम
गैस रिसाव से नाराज ग्रामीणों ने बीसीसीएल प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए धनबाद-बोकारो-रांची मुख्य मार्ग (चाचल हाईवे) को जाम कर दिया। जाम के कारण दोनों तरफ वाहनों की कई किलोमीटर लंबी कतार लग गई और यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगें:
मृतका प्रियंका देवी के परिजनों को उचित मुआवजा
सभी प्रभावितों का निःशुल्क इलाज और स्वास्थ्य जांच
जहरीली गैस से प्रभावित परिवारों का तत्काल सुरक्षित पुनर्वास
दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई
प्रदर्शनकारियों ने साफ चेतावनी दी है कि जब तक बीसीसीएल और जिला प्रशासन की ओर से लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता, आंदोलन जारी रहेगा।
प्रशासन और बीसीसीएल की टीम मौके पर
सूचना मिलते ही धनबाद के उपायुक्त वरुण रंजन, एसएसपी हृदीप जनार्दन पुजारी सहित वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। बीसीसीएल के जीएम (सेफ्टी), पीओ केंदुआडीह और अन्य अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की। गैस रिसाव रोकने के लिए खदान के मुहाने को सील करने का काम युद्धस्तर पर जारी है।
कोयला क्षेत्र में सुरक्षा मानकों पर फिर सवाल
यह पहली बार नहीं है जब धनबाद के कोयला क्षेत्र में जहरीली गैस रिसाव से हादसा हुआ हो। पहले भी कई बार बंद खदानों से गैस रिसाव की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि पुरानी खदानों में समय-समय पर डी-गैसिंग और मॉनिटरिंग जरूरी होती है, जिसमें लगातार लापरवाही बरती जा रही है।जिला प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत पहुंचाने और सभी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है। फिलहाल हाईवे जाम खुलवाने और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिशें जारी हैं।







