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अहमदाबाद: 148वीं जगन्नाथ रथयात्रा में हाथियों के बेकाबू होने से अफरातफरी, दो लोग घायल , देखे वीडियो

अहमदाबाद: 148वीं जगन्नाथ रथयात्रा में हाथियों के बेकाबू होने से अफरातफरी, दो लोग घायल

डेस्क 27 जून : गुजरात की सांस्कृतिक नगरी अहमदाबाद में शुक्रवार सुबह 148वीं जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान उस समय हड़कंप मच गया, जब खड़िया इलाके के पास तीन हाथी अचानक बेकाबू हो गए। तेज डीजे के शोर से घबराए इन हाथियों ने इधर-उधर दौड़ना शुरू कर दिया, जिससे श्रद्धालुओं के बीच अफरातफरी का माहौल बन गया। इस घटना में दो लोग हल्के रूप से घायल हो गए, जबकि एक हाथी पास के एक पुल के नीचे जा घुसा। वन विभाग की टीम और महावतों की तत्परता और सूझबूझ से स्थिति को नियंत्रण में लाया गया, जिसके बाद रथयात्रा निर्बाध रूप से आगे बढ़ी।

वीडियो देखने के लिए नीचे दिए लिंक में क्लिक करे..

https://x.com/PTI_News/status/1938465803462185300?t=9fQygz8kMV5RvuDO4zNHZA&s=19

रथयात्रा का भव्य आयोजन

शहर के ऐतिहासिक जगन्नाथ मंदिर से सुबह 7 बजे शुरू हुई इस रथयात्रा में लाखों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। 18 सजाए गए हाथियों की अगुवाई में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथों को भक्तों ने उत्साह के साथ खींचा। रंग-बिरंगे परिधानों में सजे श्रद्धालु, भक्ति भजनों और पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुनों के बीच रथयात्रा में शामिल हुए। यह रथयात्रा अहमदाबाद की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का एक अभिन्न हिस्सा है, जो हर साल भक्तों में जोश और आस्था का संचार करती है।

क्या हुआ खड़िया में?

जानकारी के अनुसार, खड़िया इलाके में रथयात्रा के दौरान तेज डीजे की आवाज से तीन हाथी अचानक बेचैन हो गए। इनमें से एक हाथी ने पास के एक पुल के नीचे घुसने की कोशिश की, जबकि बाकी दो हाथी अनियंत्रित होकर इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान वहां मौजूद भीड़ में भगदड़ मच गई। दो लोग हाथियों की इस हरकत में मामूली रूप से चोटिल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तेज आवाज और भीड़ के शोर ने हाथियों को डरा दिया, जिसके कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई।
वन विभाग और महावतों की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। अनुभवी महावतों ने अपनी विशेषज्ञता का परिचय देते हुए हाथियों को शांत करने में सफलता हासिल की। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में आ गई। वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हाथियों को शांत करने के लिए विशेष तकनीकों का उपयोग किया गया और यह सुनिश्चित किया गया कि रथयात्रा में कोई और व्यवधान न हो।

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श्रद्धालुओं में उत्साह बरकरार

हालांकि इस घटना ने कुछ समय के लिए तनाव पैदा किया, लेकिन श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ। रथयात्रा अपने निर्धारित मार्ग पर आगे बढ़ी और शहर के विभिन्न हिस्सों से गुजरते हुए भक्तों ने भगवान जगन्नाथ के दर्शन किए। रथयात्रा के मार्ग पर जगह-जगह भक्तों के लिए भोजन, पानी और छाया की व्यवस्था की गई थी, ताकि गर्मी के मौसम में उन्हें किसी तरह की असुविधा न हो।
प्रशासन की सतर्कता

इस घटना के बाद प्रशासन ने रथयात्रा के दौरान डीजे और लाउडस्पीकरों के उपयोग पर और सख्ती करने का फैसला किया है। अधिकारियों ने आयोजकों को निर्देश दिए हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए शोर के स्तर को नियंत्रित किया जाए। साथ ही, रथयात्रा के मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने पर जोर दिया गया है।

रथयात्रा का महत्व

जगन्नाथ रथयात्रा न केवल अहमदाबाद, बल्कि पूरे देश में आस्था और भक्ति का प्रतीक है। यह आयोजन भगवान जगन्नाथ के भक्तों को एकजुट करता है और सामाजिक समरसता का संदेश देता है। इस साल की रथयात्रा में भी लाखों लोग शामिल हुए और भगवान जगन्नाथ के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।

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